Skip to main content

Posts

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

मंगल ग्रह किस तत्व में है आपकी कुंडली में - ELEMENT OF MARS IN YOUR BIRTH CHART

ज्योतिष में मंगल ग्रह किसी जातक को प्रेरित या motivate करने वाला माना जाता है।  जीवन में हम क्या पाना चाहते हैं और उसको किस तरीके से पाना है ये सब आपकी कुंडली में बैठा मंगल ग्रह तय करता है. मंगल किस तत्व में है उसके अनुसार ये सब तय होता है. आइये जानते है मंगल का राशि तत्व और उसके अनुसार मंगल की शक्ति. 

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

कभी कभी एक बात सुनने को मिलती है नेकी कर दरिया में डाल यानी भलाई कर के भूल जाओ. लेकिन एक और कहावत है नेकी कर और जूते खा, यानी जितनी भलाई करते जाओगे उतनी परेशानियां बढ़ती ही जा रही है. ज्योतिष में भी ऐसा एक योग होता है जिसमे व्यक्ति जितना अच्छा करता है बदले में उतनी लानते उसे सहनी पड़ती है. आइये जानते है. 

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

ऐसा माना जाता है के जब  आपके साथ अजीब अजीब सी घटनाये होने लगे जैसे अचानक कोर्ट केस, बीमारी जिसका कारण नहीं पता, कोई इलज़ाम या लानत या किसी झगड़े में आपका नाम आ जाना जिससे आपका कोई लेना देना ना हो तो समझिये ये राहु ग्रह की शरारत है. 

बहुत विशेष है कामधेनु गाय - KAAMDHENU COW SIGNIFICANCE VIA ASTROLOGY AND VASTU SHASTRA

 कामधेनु गाय के बारे में आपने सुना होगा समुन्द्र मंथन से प्राप्त ये गाय किसी भी इच्छा को पूरा करने में सक्षम मानी जाती है. इनके साथ बड़ी सारी कहानी जुडी है जैसे समस्त रुद्रों की माता, सुरभि गाय. लेकिन ज्योतिष और वास्तु शास्त्र जैसे विषयो में इनका स्वरुप कैसे समझा जाए आइये जानते है. 

ads