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मंगल से सांतवें भाव पर रहता है आपका ध्यान

नमस्कार, आज एक छोटे से ज्योतिष सूत्र पर बात करते है ध्यान पर. मतलब एक ऐसा विषय जो आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करता है जीवन में उसकी आज हम बात करेंगे. कुंडली में मंगल ग्रह को मेष राशि का स्वामी माना गया है और मेष राशि जीवन की शुरुआती राशि माना गया है. मंगल ग्रह एक लड़ाका या एक सेनापति माना गया है. अब अगर आप एक सेनापति को समझे तो वो सामने वाली सेना को हर वक़्त देखता रहता है उनकी ताकत का जायजा लेता रहता है. इसलिए मंगल ग्रह फोकस का बन जाता है. अपने लक्ष्य पर हमेशा फोकस रहने वाला। जब हम किसी विषय पर ज्यादा फोकस कर लेते है तो आँखे लाल हो जाती है अब लाल आँखे भी मंगल ग्रह की मानी गयी है. 

शुक्र राहु की युति को कैसे समझे - RAHU VENUS CONJUCTION

  राहु शुक्र की युति को लेकर काफी बड़ा ज्योतिष वर्ग नेगेटिव धारणा रखता है जो की आज के समय में काफी हद तक सही भी है. आपने बहुत आंधी देखी होगी और कभी कभी बहुत ज्यादा धुल भरी आंधी भी देखी होगी. लेकिन आप इमेजिन कीजिये शाम के समय जो आंधी आती है उसमे कालापन ज्यादा  होता है और एक अजीब सा बर्ताव आपको उसमे मिलेगा। ऐसा नहीं है के उसमे कुछ रहस्य है लेकिन प्रकाश की कमी की वजह से शाम की आंधी काली आंधी बन जाती है बस इसी को असली राहु शुक्र की युति समझे. 

मेष राशि का चिन्ह - Aries zodiac symbol meaning

मेष राशि का प्रतीक चिन्ह भेड़  है हालाँकि ये पुरुष भेड़ को दर्शाता है। मेढ़ा पुरुष प्रजनन क्षमता, आक्रामकता और साहस का प्रतिनिधित्व करता आया है।भेड़ या मेढ़े का सींग कॉर्नुकोपिया का हिस्सा है इसका मतलब होता है "बहुत ज्यादा". मेष राशि के जातकों को नेता और अग्रणी कहा जाता है।

कुंडली के पहले भाव के कारक तत्व - first house properties in Astrology

  आज हम बात करते हैं कुंडली के हर भाव के कारण तत्वों के बारे में. ज्योतिष का एक महान ग्रंथ है उत्तर कालमृत ये कालिदास जी के द्वारा रचित है इसमें कुंडली के हर भाव के जो कारक तत्व होते हैं जो प्रॉपर्टीज़ होती है उनके बारे में बताया गया है और जितना मैं अभी तक पढ़ पाया हूँ ना यहाँ पर सबसे ज़्यादा खुलकर बताया गया है और सबसे ज़्यादा प्रॉपर्टीज़ बतायी गयी संख्या में.

जन्म कुंडली और मकान का संबंध

आज कल मेरे पास एस्ट्रोवास्तु को लेके बड़े सारी क्वेरीआती है की कुंडली को देखकर मकान के बारे में कैसे बताया जा सकता है या मकान को देखकर कुंडली के बारे में कैसे बताया जा सकता है.

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

ज्योतिष उपाय करने के नियम

  नमस्कार, लोग अक्सर ये बात करते है कि उपाय किया मगर काम नहीं हुआ एक कभी कभी दुविधा की स्थिति ये भी रहती है के उपाय कैसे करना है उदाहरण के लिए कोई वस्तु clockwise घुमानी है या anticlockwise और किसी स्थिति में इन्हे कैसे घुमाना चाहिए ये  हम क्लियर करते है. 

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