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वास्तु विन्यास - how to cut a vastu map

   lecture 5  - वास्तु विन्यास    वास्तु विन्यास यानि के घर की दिशाओ का ज्ञान सबसे जरूरी वास्तु अंग माना गया है. इसे कैसे ज्ञात करते है आइये जानते है.  कोई भी घर या  प्रॉपर्टी वास्तु शास्त्र में 360 डिग्री की मानी गई है. अगर हम  किसी घर में  जाते है तो सबसे पहले हमे दिशा ज्ञान बेहद जरूरी है. इसके लिए मार्किट से compass ले, इसमें oil compass या magnetic compass सबसे अच्छे माने जाते है, आजकल फ़ोन में compass download की सुविधा होती है आपको दोनों ही अपने साथ रखने चाहिए.  सबसे पहले जिस प्रॉपर्टी में गए है पहले जो एक normal पूर्व पश्चिम दिशा देखे उसके बाद प्रॉपर्टी के बीचों बीच जाकर कंपास को जमीन पर रख दीजिये, अपना मुख उत्तर की तरफ ही रखे. अब देखें compass क्या डिग्री दिखा रहा है साथ ही अपने फ़ोन वाले compass का मुह भी उत्त्तर की तरफ करके चेक करें, बस उत्तर ज्ञात कर लीजिये बाकी आपका काम हो गया, क्योंकि बाकी डिग्री उत्तर से आप पकड़ते चले जाओगे.  उत्तर दिशा हमेशा 0 डिग्री या 360 डिग्री एक ही बात है, पर स्थित होती है, लेकिन घर हमेशा बिलकुल सीध में नही बना होता जिस कारण उत्तर दिशा आगे पीछे हो जाती

क्या है वास्तु शास्त्र - what is vastu shastra

  वास्तु शास्त्र घर, भवन अथवा मन्दिर निर्मान करने का प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे आधुनिक समय के विज्ञान आर्किटेक्चर का प्राचीन स्वरुप माना जा सकता है। इसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है साथ ही अथर्वववेद में वास्तु का एक अध्याय लिखा गया है. ये परम्परागत भारतीय स्थापत्य कला का एक शास्त्र है. एक शहर से लेकर एक छोटे से घर को कैसे बनाया जाए ये वास्तु शास्त्र का प्रमुख अंग है. 

रोग-बीमारी से बचने के लिए आप वास्तु जोन - aap devta vastu shastra

  आज चर्चा करते है वैदिक वास्तु के कुछ नियमो पर, हम सभी को जीने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता की जरूरत पड़ती है. वैदिक वास्तु शास्त्र में इसे विकसित करने के लिए और मजबूत करने के लिए भी बताया गया है. आइये  जानते है। 

वास्तु अनुसार पेड़-पौधे किस दिशा में लगाएं - where to place plants-trees in vastu shastra

  वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, हर जगह हर दिशा में पेड़-पौधे लगाना शुभ नहीं होता, सही  दिशा में लगा पौधा काफी बरकत देता है. पेड़ पौधों की वास्तु शास्त्र में दिशा  पेड़-पौधों की बात की जाये तो वास्तु के अनुसार ये लकड़ी तत्व दर्शाते है, इनकी दिशा पूर्व बताई गई है. पूर्व में पौधे लगाने से opportunities बढ़ती है, इसके साथ ही दक्षिण दिशा अग्नि सम्बन्धित होती है जिसको यदि अग्नि तत्व को बढ़ाना है तो पौधे लगाए जा सकते है. दक्षिण दिशा में पौधे धन और समृद्धि देते है. उत्तर दिशा में छोटे पौधे लगाए जा सकते है लेकिन बड़े बिलकुल नही. पश्चिम व् उत्तर-पश्चिम में पौधे नही लगाने चाहिए.  दक्षिण-पश्चिम में पेड़ लगाने को लेकर वास्तु शास्त्र में अलग अलग मत है. कांटे वाले पौधे लगाने से बचना चाहिए वास्तु अनुसार ये पौधे पॉजिटिव ऊर्जा को काट देते है.  तुलसी व् मनी प्लांट दक्षिणपूर्व में अच्छे रहते है.   Trees and plants play a very important role in Vastu Shastra, planting trees and plants everywhere and in every direction is not auspicious, a plant planted in the right direction gives a

वास्तु शास्त्र के अनुसार शादी और तलाक - vastu shastra and marriage and divorce

  वास्तु के नियम जीवन के हर हिस्से पर लागू होते है. चाहे वो बिज़नस हो या शादी या तलाक । आज चर्चा करते है वास्तु शास्त्र और शादी व् तलाक की जो आज जो आज की तारीख में बहुत बड़ा मुद्दा है और जानेंगे शादी जल्द होने के कुछ उपाय 

फेंगशुई में बेहद दिलचस्प है नारंगी बतख - mandarin ducks placement in fengshui

  फेंगशुई में नारंगी बतख का जोड़ा घर में रखने की सलाह दी जाती है, इसे mandarin ducks भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है के इससे प्यार आता है और बढ़ता है. लेकिन ये बतख का जोड़ा ही  क्यों रखा जाता है ये बड़ा ही दिलचस्प है. आइये जानते है कहाँ और कैसे रखे mandarin ducks का जोड़ा। 

किसी भी दीवार पर घड़ी या कैलेंडर न लटकाएं - where to place calendar and watch

  कुछ लोगो को घर में बहुत सारीं घडिया लगाने की आदत होती है  या जगह जगह पर  कैलेंडर लगाते है. लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घड़ी या कैलेंडर जैसी चीज़े स्थिर प्रकृति की नही होती। इसलिए इन्हे वास्तु अनुसार लगाना चाहिए.  घड़ी का काम लगातार चलना होता है और आगे बढ़ना होता है ऐसे में घड़ी को पूर्व या उत्तर की तरफ लगाना चाहिए।  कैलेंडर वायु तत्व को दर्शाता है और ये हमेशा  हिलता रहता है इसलिए इसे उत्तर पश्चिम कोण में या उत्तर दिशा की तरफ लगाना ज्यादा अच्छा रहता है. कुछ लोग घर में कहीँ भी कैलेंडर टांग देते है जो की गलत  प्रभाव देता है. दक्षिणपश्चिम कोण में कैलेंडर या घड़ी लगाना घर में स्थिरता की कमी कर सकता है वही दक्षिण दिशा में ये मानसिक शांति कम करता है. इसलिए यंहा इन्हे लगाने से बचना चाहिए।

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