आज का ये मेरा लेख शायद कटाक्ष के तौर पर ले पर ऐसा नहीं है, सिर्फ भ्रान्ति मिटाने का प्रयास भर है, जिसके कारण मेरा अपना धर्म मेरा ही दुश्मन बन जाता है. मेरा घर शिव मंदिर के पास है, मंदिर का mostly ग्राहक मेरे घर के आगे से ही निकलता है, एक कुमार को आज ही देखा मंदिर की तरफ ही जा रहे थे कपडे कई दिन से नहीं धुले थे लेकिन हाथ में 26 रूपए वाली दूध की थैली थी. इस जातक को मै बहुत दिन से देखता हूँ लेकिन एक अजीब सा ध्यान आज ही गया, jeans ruff हो गई shirt का पता नहीं किधर जा रही है. ये मात्र एक ही नहीं है ये काफी लोगों का डेली routine बन चुका है. मै इस लेख को धर्म और astrology दोनों को आधार मानकर लिखता हूँ, पहले धर्म पर ही आ जाते है सावन का महीना है शिव जी plz मुझे माफ़ करें, लेकिन शिव जी या तो भोले है या शातिर। मेरे को कपडे पहनने को नहीं है और 26 वाला दूध डेली ले लेते है मेरे से, दूध लेकर ही मेरी भावना को वो समझ सकते है अन्यथा तो शायद ना समझें। मेरे भाई लोगों भगवान भक्ति मात्र से भी खुश हो जाते है, वो परम सत्ता पर बैठा महान ईश्वर तुम्हारे दूध का अभ...
ocean of vastu shastra and astrology