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अग्नि-वायु - पृथ्वी - जल तत्व राशियां - element of zodiac sign in hindi

तत्व के आधार पर राशियों को चार भागों में बांटा गया है, अग्नि, वायु, पृथ्वी, जल राशि. इन राशि तत्वो का किसी व्यक्ति के  स्वभाव पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है. आइये जानते है इन तत्वों की विशेषताएं। elements of zodiac signs  12 राशियों को 4 तत्वों में बांटा गया है  fiery sign - अग्नि तत्व राशि  1. Aries - मेष  5  Leo - सिंह  9  Sagittarius - धनु   character of fiery sign - ये राशि साहस, confidence, आक्रामकता दिखाती है. ऐसे लोग उची उड़न भरने की क्षमता रखते है लेकिन गिरते भी उसी स्पीड से है. ये किसी बात का response बहुत जल्दी करते है. किसी भी काम में अपनी पूरी energy लगा देते है ये लोग और यही चीज़ इन्हें कामयाब बना सकती है.  airy sign  -  वायु  राशि  3  Gemini - मिथुन  7  Libra - तुला  11 Aquarius - कुम्भ  वायु राशि दिमाग और मन से जुडी हुई राशियां मानी गई है. इसके अलावा इसका सम्बन्ध आदर्श नेचर, आर्ट्स, किसी बारे में बारीकी से सोचना इन बातो से होता है. बहुत जल्दी im...

सात्विकम, राजसिक और तामसिक राशियां - movable, fixed, dual zodiac sign

हिन्दू शास्त्रों के आधार पर राशियों को तीन गुणों में बांटा जाता है - राजसिक, तामसिक और सात्विक। ज्योतिष में इन्हें चर, स्थिर और द्विस्वभाव कहा गया है. इन भागो की राशियों के अपने कुछ अच्छे और बुरे हिस्से होते है आइये जानते है.  char - sthir - dwisvbhav zodiac signs  cardinal - movable - char zodiac sign   Aries (मेष) , cancer (कर्क), Libra (तुला), Capricorn (मकर) fixed - sthir  zodiac signs   Taurus (वृष), Leo (सिंह), Scorpio (वृश्चिक), Aquarius (कुम्भ) dual - common - dwisvbhav  zodiac sign  Gemini (मिथुन), Virgo (कन्या), Sagittarius (धनु),  Pisces (मीन)   cardinal - movable - char zodiac sign  की विशेषताएं  ये लोग हिम्मत वाले होते है. ये लोग fame की तरफ जाते है, किसी भी परेशानी से निकलने की क्षमता इनमे होती है. depend होना पसन्द नहीं करते. चर राशि के लोग अपने हिसाब से things को shape देते है. अपने goals को हमेशा ध्यान में रखते है.  fixed - sthir  zodiac signs ...

सकरात्मक और नकारात्मक राशि क्या है - positive and negative zodiac signs

 ज्योतिष में राशियों का बहुत  महत्व है इनके आधार पर ही गणना चलती है. आज बात करते है राशियों के स्वभाव के बारे में, क्या है इनके गुण  what is zodiac ग्रहों के घूमने और longitude और latitude के आधार पर पृथ्वी पर एक पथ का निर्माण होता है जिसे zodiac कहा गया है.  zodiac को astrology के लिए विभिन्न भागों में बांटा गया है जो की scientific है.  इसमें zodiac को 12 हिस्सो में बांटा गया जिसे हम 12 राशियां कहते है. इसके अलावा ये 27 नक्षत्र में भी बांटा गया है. जब हमारा जन्म होता है उस समय चन्द्रमा और सूर्य एक ख़ास zodiac  पर होते है जिसके आधार पर हमारा ascendant और zodiac sign का निर्माण होता है.  जिन राशियों की हम बात करते है ये रशिया कुछ categories में बंटी  होती है. categories of zodiac सबसे पहले  इन 12 राशियों को positive और negative में बांटा जाता है. ये इसका मतलब अच्छा या बुरा नही है सिर्फ एक category है. इसे हम yin -yang भी मानते है जिसे chinese astrology में follow किया जाता है.  positive राशि एक तरह से male energy प्रकट करती है जिसका rule...

घर में ख़ुशी के लिए वास्तु नियम - vastu zone for happiness and joy

कई बार देखा जाता है के सब कुछ होने के बावजूद घर में ख़ुशी नही होती। सारे काम अपने समय पर हो रहे है लेकिन फिर भी घर में happiness नही है.  वास्तु शास्त्र में इसके बारे में भी बताया गया है. आइये जानते है क्या होते है इसके कारण और कैसे लाएं घर में ख़ुशी और मस्ती।  vastu for happiness  vastu shastra में northeast-east के portion को joy और fun का zone माना गया है. vedic vastu में इसे जयंत देव का स्थान माना गया है इनका काम मन को हमेशा ताजगी और ख़ुशी का एहसास देना है.  कई बार ऐसा देखते भी है के कोई व्यक्ति अपनी life में बहुत मस्त रहता है हर पल को enjoy करता है. ऐसा jayant vastu  जोन के balanced होने से होता है. यदि ये जोन ठीक है तो व्यक्ति किसी भी बात से परेशान नही होकर आगे बढ़ने के बारे में ही सोचता है.  ऐसा देखा गया है के balanced northeast-east के घर  में रहने वाले लोगों के positive  attitude के कारण इनका social circle बहुत अच्छा और काम आने वाला बनता है, और इन्हें successful बना देता है.  अब बात आती है यहाँ defects क्या क्या ...

आइये जानते है हर राशि की कमियाँ - weak points of zodiac signs in hindi

ज्योतिष में जन्म के आधार पर राशियों का निर्धारण होता है और राशि के अनुसार व्यक्ति के स्वभाव का। हर राशि की कुछ विशेषताएं होती है साथ ही कुछ कमियाँ भी. आपको बताते हैं  कि कौन सी राशी वाले व्यक्ति के अंदर कौन सी सबसे बड़ी खामी होती है जो जिंदगीभर उसके साथ रहती है.  har rashi ki sabse badi kamiya mesh rashi - मेष राशि के लोग गलत और गलत और सही को सही कहने में जरा भी नहीं हिचकिचाते। इन्हे लोगों की परवाह नहीं होती, ये लोग गलत बात बर्दाश्त नहीं करते। vrishabh rashi - वृषभ राशि के लोग जिद्दी और सख्त मिजाज वाले होते हैं। सबसे ज्यादा सख्त वृष वाले ही हो सकते है. अपनी बात को लेकर अड़े रहते है.  इन्हें अपना comfort और respect ही सब कुछ लगता है. Mithun rashi - इस राशि के लोग समय की कीमत को नहीं मानते, इन्हें कभी आप टाइम पर नहीं पाएंगे।एक जगह ये ज्यादा नहीं टिक सकते।  तभी एक जॉब, एक स्थान यहां तक कि एक जीवनसाथी के साथ भी ये कफी समय तक नहीं रह सकते। ये लोग कुछ भी कर गुजर सकते हैं, इनकी इमैजिनेशन पॉवर बहुत तेज होती है। कर्...

ज्योतिष के अनुसार बहुत कुछ बताता है दांतों के बीच का गैप

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की आंखें, नाक, कान व् अन्य शारीरिक हाव भाव बहुत कुछ बताते है. आज आपको सामुद्रिक शास्त्र के ही अनुसार ये बताते  हैं कि आपके दांतों के बीच जो गैप यानि फासला आ जाता है, वे किस ओर इशारा करता है। astrology meaning for gap between teeths in hindi  samudrik shastra के अनुसार दांतों के बीच की खाली जगह को बुद्धिमता की निशानी माना गया है। ऐसे लोगो का एनर्जी लेवल  बहुत अच्छा होता  है और वे जीवन में एक बड़ा मुकाम हासिल करते हैं। ऐसे लोग आसानी से हार नहीं मानते। किसी भी situation वे हर खुश रहना जानते हैं. teeth  के बीच दिखने वाला gap  ये बताता है कि सामने वाला व्यक्ति बहुत open  विचारों वाला इंसान है और साथ ही वह बहुत खुश मिजाज हैं। ये लोग  financial  मामलों में बहुत समझदार माना गया है। ऐसा देखा जाता है के ऐसे लोगो को life में  पैसों की कमी का सामना बहुत कम ही करना पड़ता है। दांतों के बीच जगह होना इस बात की और इशारा करता है, ये लोग न...

धन-सम्पति के लिए छोटे छोटे वास्तु नियम

हर व्यक्ति माँ लक्ष्मी की कृपा उस पर बना रहे. इसमें वास्तु की भी बहुत भूमिका होती है. आज आपको वास्तु की बहुत छोटी सी बाते बताते है जिनसे आपके घर में धन का आगमन होता रहता है.  vastu tips for placing almirah and cash वास्तु नियम कहता है के पूजन स्थान पर रोशनी का होना बहुत जरुरी है. वास्तु के अनुसार पूजा घर ईशान कोण में ही बनाया जाना चाहिए क्योंकि यही स्थान देवताओं के लिए निश्चित किया गया है. पश्चिम दिशा में धन-संपत्ति और आभूषण रखे जाएं तो साधारण ही शुभता का लाभ मिलता है. वायव्य कोण : यहां धन रखा हो तो खर्च जितनी आमदनी जुटा पाना मुश्किल होता है. ऐसे व्यक्ति का बजट हमेशा गड़बड़ाया रहता है और कर्जदारों से सताया जाता है. सीढ़ियों के नीचे तिजोरी रखना शुभ नहीं होता है. सीढ़ियों या टायलेट के सामने भी तिजोरी नहीं रखना चाहिए. तिजोरी वाले कमरे में कबाड़ या मकड़ी के जाले होने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है. दक्षिण दिशा में धन, सोना, चाँदी और आभूषण रखने से नुकसान तो नहीं होता परंतु बढ़ोत्तरी भी विशेष नहीं होती है.  दक्षिण-पूर्व दिशा में  धन रखने से धन घटता है...

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My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983