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हथेली में पाये जाने वाले महत्वपूर्ण चिन्ह - (Important Signs and symbols in Palmistry)

कभी कभी वयक्ति की हथेली पर कुछ विशेष चिन्ह पाये जाते है जो कभी कभी अति शुभ या अशुभ माने जाते है.  ये चिन्ह किसी रेखा पर हो सकता है तो किसी पर्वत पर.... आइये जानते है इनमे से कुछ चिन्हों के बारे में.  धब्बा (Spot) in hand meaning in hindi हाथ में धब्बे का निशान अशुभ माना जाता है. यह निशान यदि स्वास्थ्य रेखा पर जिस स्थान पर होता है वो ये बताता है के आप उम्र के उसी पड़ाव पे बीमार पड़ेंगे. ये आपके nervous सिस्टम में कमजोरी भी दर्शाता है. त्रिशूल (Trident ) in hand meaning ये एक  शुभ होता निशान है। यइ निशान जिस रेखा के शुरू में होता है उस रेखा की गुणवत्ता एवं प्रभाव में वृद्धि होती है और आपको इसका शुभ फल प्राप्त होता है। इसके साथ ही ये आपके शांत स्वभाव और उत्तम वयक्तित्व के बारे में बताता है, ये निशान अति शुभ चिन्हों में माना जाता है. छतरी (Tent) in palm meaning कुछ लोगों के हाथों में या फिंगर में छतरी जैसा एक  निशान बना होता है। ऐसे लोग काफी शरीफ होते है और दुनिया वाले इनका गलत फायदा उठाते है. इन्हे अपना बिज़नेस करें के बजाए कला के क्षेत्र में ...

लाल किताब में तीसरा घर - Third house In lal kitab

तीसरा घर - lal kitab me tisra ghar लाल किताब के अनुसार तीसरे घर का कारक गृह मंगल है। हमारी प्राचीन ज्योतिष की सभी पध्दतियों के अनुसार भी मंगल ही तीसरे घर का कारक है. । घर से हम व्यक्ति की जिम्मेवारी जान सकते है। व्यक्ति में कितनी शूरता या बहादुरी है, इसका अंदाजा भी इसी घर से होता है। यहाँ व्यक्ति की बहादुरी का मतलब है की वह दुसरे लोगो की कहाँ तक मदद कर सकता है और दुसरे लोगो के बर्ताव में वह अपनी बहादुरी कहाँ तक प्रकट करता है। और भी बाते जानते है तीसरे खाने के बारे में. तीसरे घर का संबंध हमारे घर में रखे आराम के साधनो से भी है। यहाँ शुभ गृह होने से घरमें आराम के साधन बहुतायत में होंगे। तीसरा घर हमारी शारीरिक जाग्रत अवस्था का घर है। यानी हमें किसी काम के विषेय में कितना उत्साह-स्फूर्ति है या उदासीनता है, इसका अंदाजा इसी घर से लगता है। यही घर नज़र का असर यानी हमारी दृष्टि में किस प्रकार की शक्ति है, इस बात का भी कारक है। इससे नज़र लगने का मतलब नहीं है। इसका अर्थ केवल इतना ही है की व्यक्ति की नज़रों की शक्ति कितनी प्रभावी है। यही घर चोरी और बीमारी का भी है। कुछ हद तक दूसरों के साथ हमारी श...

गायत्री मंत्र से होते है स्वास्थ्य के साथ ज्योतिषीय लाभ - benefits of reciting Gayatri mantra in hindi

हिन्दू मान्यताओं में सभी मंत्रो में  गायत्री मंत्र सबसे पहले  आता है. इस मंत्र के जपने से अनेक तरह के लाभ मिलते है. ये लाभ ज्योतिष, वास्तु के साथ साथ आपके स्वास्थ्य से भी जुड़े होते है. आइये जानते है गायत्री मंत्र के जपने से होने वाले लाभ  Benefits of reciting Gayatri mantra in astrology, vastu shastra & health in  hindi  गायत्री मंत्र का सबसे पहला word है ओम, इसके जपने से  पहला असर दिमाग पर दबाव है जिससे हार्मोन बैलेंस होने से दिमाग शांत हो जाता है. gayatri mantra ke fayde in hindi इस मंत्र के बोलने  से शरीर में हाइपोथैलमस ग्लैंड से हारमोन का स्त्राव होता है. साइंस कहता है के ये हार्मोन इंसान में गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं.  gayatri mantra ko padne se dimag bahut shant hota hai jisse एकाग्रचित होने में आसानी रहती है. वयक्ति अपनी परेशानियों के बारे आराम से सोचता है साथ ही students अपनी पढ़ाई पर focus कर सकते है. जब हम गायत्री मंत्र का उच्चरण करते है तो हमारी सा...

अंगूठे की शेप जानिये वयक्ति का स्वभाव - know character from shape of thumb in hindi

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार सभी लोगों के हाथों के अंगूठे अलग होते है जिनके द्वारा भी palm reader आपके स्वभाव का आकलन करते है. आज आपको बताते है अलग अलग अंगूठे से वयक्ति का स्वभाव कैसे जाने.  anguthe ki shape se jaane chahracter  लम्बा अंगूठा (Lanky और long Thumb): लम्बे अंगूठे वाले लोग अपनी बुद्धि से आगे बढ़ते है और इन्हे अपने आप बहुत बहुत भरोसा भी होता है. जिनका अंगूठा लम्बा होता है वे अपने आस पास के लोगों पर अपना प्रभाव बनाये रखने के इच्छुक होते हैं. छोटा अंगूठा (Short Thumb):  अगर अंगूठा छोटा है तो ऐसे लोग कि व्यक्ति भावुक है। ये लोग दिल से काम ज्यादा लेते है इस कारण भावना इन पर हावी रहती है.  ये लोग  संगीत, चित्रकला, लेखन, कविता जैसे विषयों में रूचि  रखते हैं। कड़ा अंगूठा (Hard Thumb): कड़े अंगूठे के लोग किसी के सामने नही झुकते ये लोग कुछ हद जिद्दी किस्म के होते है. माहौल के हिसाब से नही ढलते। अगर स्थिति इनके अनुकूल इन्हे बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है.  कोमल और मुलायम अंगूठा (Soft Thumb) - सॉफ्ट अंगूठे वाले ...

फेंगशुई से लाएं करियर में तेज़ी - fengshui tips for career growth

फेंगशुई के अनुसार जल तत्व (water element) - उत्तर दिशा में होता है. ये आपके कैरियर लक को बढ़ता है. हमारी डेली व् monthly आमदनी से इसका सबसे ज्यादा संबंध होता है.इस हिस्से में खराबी हमारी आमदनी में रुकवाट डालती है.  आइये जानते है फेंगशुई के द्वारा जल तत्व के जोन को कैसे  ठीक करे और अपने  करियर और आमदनी को ठीक करे.  उत्तर दिशा में जल ऊर्जा या जल तत्व आपके वयवसाय या नौकरी से सम्बंधित होता है. इसका अच्छा होना आपको ये विश्वास देता है के आप कुछ न कुछ कमाते रहेंगे और कुछ हद तक खुश रहेंगे। फेंगशुई के हिसाब से जल तत्व - Feng shui element of water is : पृथ्वी तत्व के द्वारा नष्ट होता है - Destroyed by: EARTH,   लकड़ी तत्व के द्वारा कमज़ोर होता है -Weakened by :WOOD, धातु तत्व के द्वारा बढ़ जाता है - Enhanced by METAL ( लेकिन हर धातु नही ) यदि आपके घर में उत्त्तर या उत्तर-पूर्व में कोई टॉयलेट या किचन है तो ये आपके उन्नति में बाधा डालेगा। यदि किचन हो तो घर में कलह व् बीमारी की सम्भावना रहती है. इसके लिए आपको खराब जल तत्व की एनर्जी को समाप...

पार्किंग व् बेसमेंट बनाते समय रखे वास्तु के नियमों का ध्यान

आजकल भवन व् वय्वसायिक कॉम्पलेक्सों में बेसमेंट व् पार्किंग का निर्माण हो रहा है. इसका कारण जगह का आभाव है. लेकिन अगर बेसमेंट wrong direction में बन जाये तो काई नुकसान देती है और इसका उपाय भी आसान नही होता और पार्किंग यदि गलत है तो एक्सीडेंट्स व् गाड़ियों की टूट फुट चलती रहेगी। वास्तु शास्त्र में क्या है इन निर्माणों के लिए niyam आइये जानते है.  vastu tips for basement and parking  basement vastu  बेसमेंट के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व या उत्तर ही है उत्तर-पूर्व में भी बेसमेंट बनानी शुभ रहती है. लेकिन इसके अलावा कहीं भी बेसमेंट बनाना नुकसान देता है. नैऋत्य kon  में basement में बहुत बुरा प्रभाव देती है.  साथ ही basement पूर्व मुखी या उत्तर मुखी plot में ज्यादा शुभ रहती है जबकि दक्षिण व् पश्चिम मुखी प्लॉट्स में बेसमेंट नुकसान देती है.  parking vastu  पार्किंग के लिए  सबसे अच्छी जगह नार्थ-वेस्ट यानि के वायव्य कोण रहती है. साथ ही वाहन पार्क करने के समय vehicle का मुख उत्तर या पूर्व की तरफ करना अच्छा रहता है. क्यूंकि वाहन पर चुंबकीय क्षेत्र का प...

राहु भी करवाता है प्रेम विवाह - Yogas of Rahu for love marriage

वैसे तो कुंडली में भावों और उनके स्वामियों से लव मैरिज के बारे में देखा जाता है लेकिन कभी कभी राहु भी प्रेम विवाह करवाता है.आइये जानते है राहु से बनने वाला प्रेम विवाह योग   राहु योग से प्रेम विवाह  (Yogas of Rahu for love marriage)  राहु का संबन्ध जब भी विवाह भाव यानि के 7वें भाव  से होने पर व्यक्ति लीक या परम्परा से हटकर शादी करने की  सोचता है.  यदि   पंचम भाव के स्वामी की उच्च राशि में राहु या केतु स्थित हों तब भी व्यक्ति के प्रेम विवाह के योग बनते है. जैसे यदि पांचवे भाव का स्वामी शुक्र है और यदि शुक्र की उच्च राशि यानि किए मीन में राहु हो तो प्रेम विवाह हो सकता है.   जब janm kundli  में मंगल का शनि अथवा राहु से संबन्ध या युति हो रही हों तब भी प्रेम विवाह कि संभावनाएं बनती है. तो व्यक्ति के अपने परिवार की सहमति के विरुद्ध जाकर विवाह करने की संभावनाएं बनती है. यदि जन्म कुण्डली में सप्तमेश व शुक्र पर शनि या राहु की दृ्ष्टि हो, उसके प्रेम विवाह करने की सम्भावनाएं बनती है. 

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My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983