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वास्तु शास्त्र में स्वस्तिक से करे परेशानी दूर

स्वस्तिक  अत्यन्त प्राचीन काल  से  भारतीय  संस्कृति में मंगल-प्रतीक माना जाता  रहा है। इसीलिए किसी भी शुभ कार्य को करने से  पहले स्वस्तिक चिह्न अंकित करके उसका पूजन  किया जाता है। स्वस्तिक शब्द सु+अस+क से  बना है। 'सु' का अर्थ अच्छा, 'अस' का अर्थ 'सत्ता'  या 'अस्तित्व' और 'क' का अर्थ 'कर्त्ता' या करने वाले से है। इस प्रकार  'स्वस्तिक' शब्द का अर्थ हुआ 'अच्छा' या 'मंगल' करने वाला। जानते है   वास्तु शत्र में इसका महत्व।  types of swastik स्वस्तिक की यह आकृति दो प्रकार की हो सकती है। प्रथम स्वस्तिक,  जिसमें रेखाएँ आगे की ओर इंगित करती हुई हमारे दायीं ओर मुड़ती हैं।  इसे 'स्वस्तिक' कहते हैं। यही शुभ चिह्न है, जो हमारी प्रगति की ओर संकेत  करता है। दूसरी आकृति में रेखाएँ पीछे की ओर संकेत करती हुई हमारे  बायीं ओर मुड़ती हैं। इसे 'वामावर्त स्वस्तिक' कहते हैं। भारतीय संस्कृति  में इसे अशुभ माना जाता है।  वास्तु शास्त्र में स्वस्तिक  - how to use swastik in vastu shastra   वास्तु शास्त्र में स्वस्तिक का उपयोग

लाल किताब में केतु से संबंधित चीज़े

केतु देवी - देवता = गणेश पेशा - व्यवसाय = कुली, भारवाहक, मजदूर विशेषता = धर्म के बंधन से मुक्त गुण = सुनना, पांव की हलचल, अनजान से मिलने की शक्ति, धातु = दोरंगा पत्थर, लहसुनिया शरीर अंग = सर को छोड़कर पूरा शरीर चेहरे के अंग = कान, दांत, रीढ़ की हड्डी, पेशाब की जगह, जोड़ पोशाक  = कम्बल, दुपट्टा, ओढ़नी पशु = छिपकली, कुत्ता, गधा, सूअर पेड़ = इमली का पेड़ , केला अनाज = तिल, जौ निवास  = पलंग, स्वर्ग

लाल किताब में सूर्य (Planet Surya as per Lal Kitab)

सूर्य नवग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रह है. सभी ग्रह इनकी परिक्रमा करते हैं. ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को प्रमुख ग्रह  के रूप मान्यता प्राप्त है. और क्या महत्व है सूर्य का लाल किताब  में आइये जानते है  sun in lal kitab astrology  ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सम्पूर्ण विश्व राशि-नक्षत्र और ग्रहों से प्रभावित है. सूर्य सभी ग्रहों का राजा है. लाल किताब ग्रहों के राजा को टेवे में प्रथम खाना का अधिपति मानता है. सूर्य ग्रह सिंह राशि का स्वामी है और यही इसकी मूल त्रिकोण राशि भी है. सूर्य सदैव मार्गी चलता हैं. मेष राशि में सूर्य उच्च होता हैं एवं तुला राशि में नीच. सूर्य चन्द्र, मंगल और बृहस्पति का मित्र है जबकि बुध के साथ समभाव रखता है. सूर्य के शत्रु ग्रह शुक्र, शनि, राहु एवं केतु हैं. सूर्य अपने सातवें घर को पूर्ण दृष्टि से देखते हैं. इनमें सत्वगुण की प्रधानता होती है और ये स्थिर स्वभाव के होते हैं. सूर्य पित्त प्रधान ग्रह हैं. इनसे प्रभावित व्यक्ति बहुत जल्दी उग्र हो जाते हैं. गंभीरता एवं आत्माभिमान भी इनसे प्रभावित व्यक्तियों में दिखाई देता है. यह दृढ़ इच्छा शक्ति देता है और नेतृत

दक्षिण मुखी प्लाट व् वास्तु - south facing plot vastu

दक्षिण मुखी प्लाट को ज्योतिष व् वास्तु शास्त्र अशुभ माना  जाता है, जबकि असलियत में ऐसा कुछ नहीं है ये  केवल भ्रांति है. कुछ लोग दक्षिणमुखी प्लाट लेने  डरते है यहाँ  तक की बिल्डर्स भी दक्षिण मुखी प्लॉट्स के कम दाम लगाते है. हम आपको बता दे की दक्षिण मुखी मकान कोई तरह का दोष या अशुभ नही होता। south facing plot vastu myth अन्य दिशाओ के अलावा  दक्षिण मुखी प्लाट का निर्माण करवाते समय हमें कुछ सावधानियां अधिक रखनी पड़ती है.क्युंकि दक्षिण मुखी प्लाट पर थोड़ा सा गलत निर्माण का खामियाज़ा हमें भुगतना पड़ सकता है. आइये हम बताते है क्या हो सकते वे दोष vastu tips for south facing plot in hindi यदि आप दक्षिण मुखी प्लाट का निर्माण करवा रहे है तो मैं गेट भूलकर भी दक्षिण-पश्चिम कोने में ना बनवाये,  किसी भी कारण से बोरिंग और सीवेज दक्षिण-पश्चिम में ना करवाए, दक्षिण-पूर्व ले. कुछ मकान आगे से खुले व् पीछे से बने होते है, दक्षिण मुखी प्लाट में ऐसा निर्माण न करे .  दक्षिणमुखी प्लाट का निर्माण हमेशा सड़क से ऊपर ही करें  ऐसे प्लाट में फ्लोर का ढलान एक सामान होने चाहिए अगर फ्लोर का ढलान दक्षिण की तरफ है तो परेशानी न

लाल किताब में चन्द्रमा - moon in lal kitab

lal kitab me chandrma  लाल किताब में खाना नम्बर चार को चन्द्रमा का घर कहा गया है (The fourth house is considered the house of Moon in Lal Kitab).चन्द्रमा सूर्य और बुध, मंगल, गुरू, के साथ मित्रपूर्ण सम्बन्ध रखता है. शुक्र, शनि एवं राहु के साथ चन्द्रमा शत्रुता रखता है.केतु के साथ यह समभाव रखता है. मिथुन और कर्क राशि में यह उच्च होता है एवं वृश्चिक में नीच.सोमवार चन्द्रमा का दिन होता है.लाल किताब के टेवे में 1, 2, 3, 4, 5, 7 एवं 9 नम्बर खाने में चन्द्रमा श्रेष्ठ (Moon is exalted) होता है जबकि 6,7, 10, 11 एवं 12 नम्बर खाने में मंदा होता है. उच्च राशि के साथ सप्तम खाने में चन्द्रमा होने से धन एवं जीवन के सम्बन्ध में उत्तम फल मिलता है.कुण्डली में चतुर्थ भाव यानी चन्द्र का पक्का घर अगर खाली हो और इस पर उच्च ग्रहों की दृष्टि भी न हो और अन्य ग्रह अशुभ स्थिति में हों तब भी चन्द्रमा व्यक्ति को अशुभ स्थितियों से बचाता और शुभता प्रदान करता है. लाल किताब के सिद्धान्त के अनुसार जब चन्द्रमा पर शुक्र, बुध, शनि, राहु केतु की दृष्टि होती है तो मंदा फल होता है (When Venus, Mercury, Saturn, Rahu or Ketu as

मिसाइल मेन अब्दुल कलाम की जन्मकुंडली

नाम :  ए पी जे अब्दुल कलाम  जन्मदिन :  Thursday, October 15, 1931 जन्म समय :  01:15:00 जन्म स्थान :  Rameswaram Longitude:  79 E 17 Latitude:  9 N 17 Time Zone:  5.5 कुंडली व्याख्या  लगन - कर्क  राशि  - वृश्चिक  कर्क लगन और लगन में गुरु इन्हे एक शांत और बुद्धिमान व्यक्ति बनाता है. लगन में कर्क राशि का गुरु हंस योग का निर्माण करता है जो मान -सम्मान दिलवाता है  लगन का स्वामी चन्द्र पांचवे भाव में स्थित है जो उच्च शिक्षा दिलवाता है. पांचवे भाव का स्वामी सूर्य, केतु के साथ होने की वजह से सुंदरता में कमी करता है लेकिन बुध भी साथ होने से बुद्धि  अति तीव्र बना देता है. बुध अपनी राशि में ही स्थित है जीके कारण इन्हे आगे बढ़ने के लिए किसी की जरूरत नही पड़ती।  चौथे भाव मंगल+शुक्र का नीच योग है जो घर के सुख में कमी देता है हालाँकि दोनों ग्रह केंद्र के स्वामी भी है जिसका  फायदा भी इन्हे मिला।  छठे भाव में बैठ शनि जो की आठवे भाव का स्वामी बनता है और 8 और 12 घर खाली है इस कारण उच्च प्रभाव देगा। यही योग इन्हे अपने कार्यक्षत्र में बुलंदी दिलवाता है. वही राहु, बृहस्पति के घर व् बृहस्पति की राशि में बैठा ह

सूर्य ग्रह से सम्बंधित चीज़े - surya se sambandhit cheeze

सूर्य ग्रह देवी - देवता  =  विष्णु, सूर्य  वर्ण  =  क्षत्रिय, गुण = बहादुर, आग, गुस्सा, बुद्धि, विद्या, सम्पूर्ण शरीर, आयु surya grah se relates items  metal - धातु = माणिक, ताम्बा, शिलाजीत  body parts related with sun - शरीर के अंग = सम्पूर्ण शरीर , दायीं आँख, दायाँ हिस्सा, हड्डियाँ  dress - पोशाक  = सेहरा, कलगी  animals - पशु = बन्दर,पहाड़ी गाय, काली गाय  tress - पेड़ = तेजफल, लौंग, जायफल, इलायची, जड़ी-बूटी, अनाज = बाजरा, गुड  color रंग = नारंगी, केसरिया, भूरा  place - निवास = सम्पूर्ण शरीर 

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