Skip to main content

राहु का चन्द्रमा के ऊपर से गोचर - Rahu transit over your natal moon in kundli

नमस्कार आज बात करते है यदि राहु ग्रह का गोचर आपकी कुंडली में बैठे चन्द्रमा के ऊपर से हो तो उसका प्रभाव मिलेगा। देखिये चन्द्रमा कल्पना की दुनिया का स्वामी है. सारी इमेजिनेशन चंद्र से जन्म लेती है और राहु खुद माया का ग्रह है तो व्यक्ति के साथ मानसिक रूप से बदलाव आते है और ये बदलाव अंदर ही अंदर रहते है. 


चन्द्रमा पानी है और राहु भूकंप या समझ लीजिये कम्पन्न है एक तरह का तो जब भी हलकी सी वाइब्रेशन होती है जल हिलता है. ज्योतिष में राहु की कम्पन्न चन्द्रमा को हिलाती है जिसे ज्वार भाटा बोलते है लेकिन ये ज्वार भाटा भी धरती के लिए फायदेमंद होता है समुन्द्र में जो जीवन है उसके लिए ये बहुत जरूरी है यानी के समुदंर के जीव खत्म हो जाए यदि ये ना हो तो. बात सिर्फ बैलेंसिंग की है ये गोचर कैसे समझा जाए और कैसे बैलेंस किया जाए. 


हालाँकि इस स्थिति को चंद्र ग्रहण माना जाता है पिछले वीडियो में मैंने सूर्य के ऊपर से राहु के गोचर में बताया था के व्यक्ति को आत्मिक स्तर पर बैलेंस बनाना पड़ता है लेकिन जब चंद्र के ऊपर से राहु गोचर करे तो मन अपने आप अलग अलग कल्पनायें बना सकता है.


देखिये वक्री ग्रह किसी भी ग्रह की क्षमताओं को कई गुना बढ़ाने में सक्षम होते है ऐसे में चन्द्रमा क्या है चन्द्रमा माँ है, सोचने की क्षमता है, हमारी डेली लाइफ है, खाना पान की आदत चन्द्रमा है. राहु अचानक इनमे परिवर्तन देगा


आप सोचते सोचते अलग ही दुनिया में जा सकते है काफी फेमस एक्टर डायरेक्टर इसी गोचर में आगे बड़े है क्यूंकि कलाकार की इमेजिनेशन और उससे जुड़ाव दोनों में वृद्धि होती है जो की फिल्म की दुनिया में जरूरी है. सोचने का जो स्तर है वो बहुत तेज़ी से बढ़ेगा या संकुचित हो जायेगा।
इमेजिनेशन में आप फील करते है के आप अपने किसी बुजुर्ग के साथ है या किसी देवी देवता से आपको गाइडेंस मिल रही है या ऐसा भी हो सकता आपको लगे के कोई बुरी शक्ति या काला जादू आप पर हो गया है आपको कोई परछाई दिखने लगी है या बुरे बुरे सपने आ रहे है ये सब चन्द्रमा की मजबूती पर निर्भर करेगा.


आपके खान पान की आदत में बदलाव आएंगे जो चीज़ नहीं पसंद हो सकता है वो पसंद आने लगे या आप डाइटिंग पर चले जाए. नॉन वेज खाते है तो लगे की ये बुरा है.


अब राहु का संबंध विदेश से है दूसरे धर्मो से है तो आपका झुकाव दूसरे देशो के खानपान उनकी जीवनशैली की तरफ जाएगा आप उसे अपनाने की कोशिश कर सकते है, विदेश को लेकर आपकी मानसिक धारणा बदलेंगी अब अच्छी होंगी या बुरी वो चन्द्रमा की अवस्था बताएगी.




अब जो नोर्मल्ली हम पढ़ते है के राहु चंद्र की वजह से जातक को मानसिक परेशानी होगी, मानसिक तनाव बढ़ेगा व्यक्ति विवादों में फंसेगा ऐसा आपका बदला हुआ लाइफस्टाइल बताएगा क्यूंकि चन्द्रमा सबसे तेज़ चलने वाला ग्रह है और दैनिक जीवन इसी से देखा जाता है जिसमे सबसे जरूरी है खान पान जहा से सोच विकसित होती है ऐसा कहते है जैसा अन्न वैसा मन, तो यदि आपके खान पान पर आपका नियंत्रण है तो ये मानसिक स्तर को अच्छा करेगा और यदि लाइफस्टाइल गलत हो रहा है तो मानसिक चिंता के लिए तैयार रहें।






अब यदि हम आज की स्थिति में ले तो चन्द्रमा मीन राशि में किसी लगन कुंडली में होना चाहिए जो की एक जल की राशि है साथ ही यात्रा की राशि है और राहु भी मीन राशि में आ गया तो ऐसे में यात्रा तो होगी, बारहवीं राशि पूर्ण प्रभाव देगी मातृ भूमि से दूर की यात्रा या माता की यात्रा होंगी। इन्वस्टमेंट्स और आपकी नींद, आपकी ऊंचाई पर जाने क्षमता सब पर असर आएगा और ये अच्छा फल देगा या बुरा ये आपका लाइफस्टाइल बताएगा क्यूंकि मीन राशि प्लेसर की भी है आप कैसे ये हासिल कर रहे है ये सात्विक होकर राजसिक होकर या तमस के रास्ते ये आप ही जानते है.




Comments

ads

Popular posts from this blog

बहुत विशेष है कामधेनु गाय - KAAMDHENU COW SIGNIFICANCE VIA ASTROLOGY AND VASTU SHASTRA

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

शुक्र राहु की युति को कैसे समझे - RAHU VENUS CONJUCTION

  राहु शुक्र की युति को लेकर काफी बड़ा ज्योतिष वर्ग नेगेटिव धारणा रखता है जो की आज के समय में काफी हद तक सही भी है. आपने बहुत आंधी देखी होगी और कभी कभी बहुत ज्यादा धुल भरी आंधी भी देखी होगी. लेकिन आप इमेजिन कीजिये शाम के समय जो आंधी आती है उसमे कालापन ज्यादा  होता है और एक अजीब सा बर्ताव आपको उसमे मिलेगा। ऐसा नहीं है के उसमे कुछ रहस्य है लेकिन प्रकाश की कमी की वजह से शाम की आंधी काली आंधी बन जाती है बस इसी को असली राहु शुक्र की युति समझे. 

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

नमस्कार आज हम बात करेंगे एक ज्योतिष सूत्र की जिसमे हम समझेंगे मंगल ग्रह के चौथे भाव में बैठने के बारे में. जन्म पत्रिका में मंगल ऊर्जा का ग्रह है और मंगल ही वह ग्रह है जो अग्नि हर वक़्त व्यक्ति के आस पास रहती है चाहे वह पेट की अग्नि हो या घर की रसोई की या व्यक्ति की अंतिम अग्नि यानी चित्ता की. इससे हो कर जाना ही पड़ता है. चाहे कोई भी ग्रह हो सोना चांदी पीतल लोहा सबको आकार मंगल ही देता है. 

शनि राहु युति का ज्योतिष में महत्व - Saturn Rahu conjunction in Astrology

  नमस्कार दोस्तों ज्योतिष सूत्र में आज चलते है एक ऐसी युति की ओर जो लगभग हर परेशान घर में होती है. आज बात करते है शनि राहु की युति। एक तरह से समझिये जूते में लगी गंदगी. क्यूंकी शनि जूता और गंदगी राहु। अगर आप अपने अंदर कल्पना शक्ति कजाते है तो ज्योतिष के सूत्र आसानी से समझ आने लगते है. तो आज इसी युति पर हम लोग चर्चा करते है. 

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

  सफ़ेद आकड़ा जिसे श्वेतार्क भी बोला जाता है. ये एक पौधा है जिसमे आयुर्वेदिक गुण बहुत मात्रा में छुपे हुए है जिसकी वजह से ये पौधा हमेशा से हर तरह के आचार्य चाहे आयुर्वेद हो या ज्योतिष या तंत्र से जुड़े या रसायन शास्त्र से जुड़े लोग हो सबके लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है.