Skip to main content

ईशान में किचन के उपाय - NORTHEAST KITCHEN REMEDIES

अगर आपका किचन उत्तर दिशा या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) कोने में  है तो वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा किचन आपको काफी परेशान कर सकता है. ऐसे घरो में शांति व् सेहत को लेकर हमेशा चिंता बनी रहती है और यदि साथ किचन काले रंग का उपयोग है तो  तलाक व् सरकारी मुक़दमे सम्बन्धी दिक्कते भी आ जाती है.


ईशान कोण यानी नार्थईस्ट सबसे पवित्र जगह किचन आने पर क्या उपाय हो इसका एक यूट्यूब वीडियो भी मैंने बनाया है जिसे आप देख सकते है. 





 इस वीडियो के अलावा कुछ और उपाय आपको बता देता हूँ जो निश्चित ही फायदा देंगे. 


ईशान कोण दूषित होने की वजह से किसी न किसी सदस्य का दिमाग खराब ही रहता है या गुस्सा बहुत ज्यादा आता है.

हालाँकि ये दिक्कते आपको तब ही आएँगी जब घर में सदस्यों की संख्या अधिक हो अगर घर मे 2-3 मेंबर ही है तब ये किचन बहुत ज्यादा परेशान नही करती लेकिन वास्तु दोष बना रहेगा। और यदि किचन थोड़ा सा भी पूर्व की तरफ है तो भी दिक्कते कम  हो जाती है या नही  आती और यदि घर में आग्नेय कोण की स्थिति ठीक है तो भी या किचन कम परेशान करती है.

अब बात आती है के यदि किचन बन ही गया और तोड़-फोड़ मुश्किल है तब क्या उपाय किया जाये। कुछ उपाय आपको बता रहें है जिससे ये वास्तु दोष में कमी आएगी 

1. ऐसे किचन को बिलकुल साफ़ सुथरा रखे.

2. यदि काले रंग के स्लैब है तो उस हल्का पिला या क्रीम रंग करें 

3 अक्सर देखा जाता है जिन घरो में किचन ईशान में हो तो ऐसे घरो में कबाड़ बहुत ज्यादा इकट्ठा होता है यदि ऐसा है तो कबाड़ को घर से बाहर करें, ये काम सबसे पहले ही करें 

4. खाना बनाते समय मुख पूर्व की और करे, उत्तर की और बिलकुल भी ना करे. 

5 यदि हो सके तो पूर्व या उत्तर में एक खिड़की का निर्माण करे व् खाना बनाते समय खिड़की खुली रखें यदि खिड़की बनना मुश्किल है तो पूर्व या उत्तर दिशा में एक शीशा  लगा दे 

6  किचन के बिलकुल बाहर उत्तर की तरफ एक rock salt lamp लगाये ये किचन की नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की क्षमता रखता है 

7 किचन में चूल्हे के दोनों तरफ एक पिरामिड चिप लगाएं 

8. यदि किचन का फर्श उठा हुआ है तो उसे लेवल में कराये यदि नीचा तो उसे ऐसा ही रहने दें 

9  किचन में उत्तर या ईशान में  एक पिरामिड भी रखा जा सकता है 

10  ऐसे किचन भारी सामान रखना और भी खतरनाक हो जाता है ऐसा ना करें


Comments

Learn Astrology

you can buy recorded courses and research notes. contact on whatsapp @9899002983

About Me

My photo
prateek gupta
My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

दही से मिलता है आकर्षण सच या झूठ ?

नमस्कार, पीछे मैंने कुछ जगह ये बात सुनी कुछ ज्योतिषियों के मुख से के दही यदि प्राइवेट पार्ट पर लगायी जाए तो काफी आकर्षण आपके अंदर आ जाता है जिससे विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर खासकर स्त्रियाँ आकर्षित होती है. इससे आपका शुक्र मजबूत होगा और आप एक परम आकर्षक व्यक्ति बन जाएंगे.

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

कभी कभी एक बात सुनने को मिलती है नेकी कर दरिया में डाल यानी भलाई कर के भूल जाओ. लेकिन एक और कहावत है नेकी कर और जूते खा, यानी जितनी भलाई करते जाओगे उतनी परेशानियां बढ़ती ही जा रही है. ज्योतिष में भी ऐसा एक योग होता है जिसमे व्यक्ति जितना अच्छा करता है बदले में उतनी लानते उसे सहनी पड़ती है. आइये जानते है.