नमस्कार दोस्तों ज्योतिष सूत्र में आज चलते है एक ऐसी युति की ओर जो लगभग हर परेशान घर में होती है. आज बात करते है शनि राहु की युति। एक तरह से समझिये जूते में लगी गंदगी. क्यूंकी शनि जूता और गंदगी राहु। अगर आप अपने अंदर कल्पना शक्ति कजाते है तो ज्योतिष के सूत्र आसानी से समझ आने लगते है. तो आज इसी युति पर हम लोग चर्चा करते है.
शनि राहु की ज्योतिष शास्त्र में बहुत नहीं मानी जाती, हालाँकि लाल किताब इस युति को इच्छा धारी नाग कहती है. इच्छाधारी नाग की एक खासियत होती है की ये जिसके जैसा चाहे बन सकता है. यही शनि राहु की युति है. शनि जहाँ मेहनत यानी हार्ड वर्क को अच्छा मानता है वंही राहु विचार है. अगर पॉजिटिव विचार के साथ हार्डवर्क किया जाए तो क्या नहीं हो सकता।
लेकिन शनि देव आलस्य के कारक है और राहु नेगेटिव विचार भी देता है ऐसा मिलन हो जाए तो व्यक्ति कुछ भी नहीं बन सकता। शनि निंदा है राहु गंदगी है तो ऐसा घर या ऑफिस जंहा गंदगी तो है ही और निंदा पुरे दिन चलती है तो समझिये के कितना प्रभाव पड़ेगा। राहु हवा है शनि लोहा है तो शनि पर जंग लगा देगा।
लोग घर के बाहर जूते चप्पल की रैक बनवा लेते है ये शनि राहु की युति ही बना ली वो भी घर के बाहर, यानी जो भी घर में आएगा जहर लेकर ही आएगा। और यदि कुंडली में शनि राहु की युति हुई तो ये प्लेसमेंट बहुत ज्यादा बुरे प्रभाव देगी.
घर में पुराने संदूक, जंग लगी अल्मारिया, पुराणी साइकिल मिलना ये सब आसान बाते है. एक तरह से जंहा शनि होगा वंहा राहु मिलने की सम्भावना वास्तु में रहती है. असल बात ये है की इनके अंदर बहुत कुछ देने की भी क्षमता है. उसे कैसे जगाया जाए
राहु की आदत होती है के जिस के साथ हो उसकी अच्छी या बुरी गुण को बड़ा देता है यंहा हम दो तरह से उपाय कर सकते है. सबसे पहला मंगल के द्वारा।
मंगल नेगटिवटी को काटने की लिए सबसे अच्छा ग्रह है ये आलस को भी काट देता है. यानी शनि और राहु का एक साथ शुभ फल देता है. शनि की चीज़े और राहु की चीज़े मंगल के साथ उपयोग करनी है जैसे जैसे नरियल की गिरी राहु है और बादाम शनिचर अब इन्हे दिन के समय आग पर सेंके तो मंगल की अग्नि इनकी नेगेटिविटी को खत्म करेगी. शरीर में विचार और मेहनत करने का मन तो है लेकिन मंगल उसे भड़कायेगा जिससे नकरात्मक विचार नहीं आएंगे। ऐसा शनिवॉर को दिन में करे तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
दूसरा तरीका यह है के आपको वास्तु के द्वारा इस युति को बैलेंस करना आना चाहिए, मैंने दोनों तरीको से इस युति को समझाया है के यदि कुंडली में हो तो भी ये उपाय जरूर करे यदि कुंडली में ना भी हो आपके घर में लोहे का कबाड़ हो, शरीर में मेहनत करने की इच्छा ना हो रही हो, काम करने से पहले ही नेगेटिव विचार आने लगे तब भी घर में शनि की वस्तु का राहु से संबंध होता है. ऐसे में उपाय भी वास्तु से करे.
राहु की दिशा दक्षिणपश्चिम का कोण है और शनि की दिशा पश्चिम दिशा है दोनों दिशाओ के बीच की दिशा को दक्षिणपश्चिम-पश्चिम कहा गया है इसके डिग्री 236-258 के आसपास होती है. इस दिशा में मंगल की कोई वस्तु रख सकते है. जैसे शहद, या आपका शू रैक लेकिन लाल रंग का, इससे आपकी ये युति वही इच्छाधारी नाग की तरह से काम करेगी लेकिन सकरात्मक रूप में.
मेहनत भी होगी और मन में सकारात्मक सोच भी रहेंगी. याद रहे शनि राहु की युति खराब फल हमेशा अपने से सामने वाले घर और दिशा को देती है. जैसे किसी की कुंडली में ये योग चतुर्थ भाव में है तो दशम को खराब करेगी, ऐसे ही ये युति पश्चिम दिशा में है तो पूर्व दिशा के फल खराब करेगी.
तो आज का ये ज्योतिष सूत्र यही खत्म करता हू. धन्यवाद
Hello friends, today in Astrology Sutra, let's move towards such a combination which happens in almost every troubled house. Today let's talk about Shani Rahu's alliance. In a way understand the dirt in the shoes. Because Shani shoe and dirt Rahu. If you have the power of imagination, then you can easily understand the formulas of astrology. So today we are discussing this alliance.
Shani Rahu is not considered much in astrology, although Lal Kitab calls this alliance the serpent of desires. Ichchadhari Nag has one specialty that it can become whatever it wants. This is Shani Rahu's alliance. Where Shani considers hard work as good, Rahu is considerate. What can't happen if hardwork is done with positive thoughts.
But Shani Dev is the cause of laziness and Rahu also gives negative thoughts. If such a union happens then a person cannot become anything. Shani is condemnation, Rahu is filth, so such a house or office where there is filth and condemnation goes on for the whole day, then understand how much effect it will have. If Rahu is air, Saturn is iron, then it will rust on Saturn.
People get racks of shoes and slippers made outside the house, this Shani has made Rahu's alliance and that too outside the house, that means whoever comes to the house will bring poison. And if Shani Rahu is conjunct in the horoscope, then this placement will give very bad effects.
It is easy to find old chests, rusted almirahs, old cycles in the house. In a way, where there is Shani, there is a possibility of meeting Rahu in Vastu. The real thing is that they have the ability to give a lot. how to wake him up
Rahu has a habit of enhancing the good or bad qualities of the person he is with. Here we can do two ways. First through Mars.
Mars is the best planet to cut negativity, it also cuts laziness. Means Shani and Rahu together gives auspicious results. Saturn's things and Rahu's things have to be used with Mars, like coconut kernel is Rahu and Shanichar's almond, now roast them on fire during the day time, then the fire of Mars will eliminate their negativity. There is a mind in the body to think and work hard, but Mars will provoke it, so that negative thoughts will not come. It would be better if you do this on a Saturday during the day.
The second way is that you should know how to balance this alliance through Vastu, I have explained this alliance in both the ways that even if it is in the horoscope, do this remedy even if it is not in the horoscope, there is iron junk in your house. If there is no desire to work hard in the body, negative thoughts start coming even before starting work, even then the object of Shani in the house is related to Rahu. In such a situation, take measures with Vastu.
Rahu's direction is southwest and Saturn's direction is west. The direction between the two directions is called southwest-west. Its degrees are around 236-258. You can keep any object of Mars in this direction. Like honey, or your shoe rack but of red color, this combination of yours will work like the wishful snake but in a positive way.
There will be hard work and positive thinking will also remain in the mind. Remember Shani Rahu's conjunction always gives bad results to the house and direction in front of it. Just like if this yoga is in the fourth house in someone's horoscope, it will spoil the tenth house, similarly if this alliance is in the west, it will spoil the fruits of the east.
Sir vastu aap ne Vedic ka bola hai yaa lal kitab ka karna hai
ReplyDeleteShani rahu ki uati 9 house me hai kaun se ghar ko bad करेगी
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