Skip to main content

कुंडली में ग्यारहवे भाव के स्वामी के सभी भावो में फल - eleventh house lord in different house astrology

 नमस्कार, आज बात करते है जन्म कुंडली ग्यारहवें भाव का स्वामी कुंडली के अन्य भावो में जाकर बैठ जाए तो क्या फल मिल सकता है. ज्योतिष शास्त्र में ग्यारहवां भाव लाभ का भाव माना जाता है. जितना ताकतवर ये भाव होता है हमारी लाभ की मात्र उतनी तीव्र और ज्यादा होती है. सबसे पहले तो हम बात करते है ग्यारहवा भाव किन किन मुद्दों को दर्शाता है. 

एकदश भाव को प्राप्ति भाव बताया गया है. देखिये प्राप्ति शब्द का मतलब समझिये हम कंही भी जाए कुछ भी करे हर वक़्त कुछ न कुछ प्राप्त कर रहे होते है अब यदि ग्यारहवा भाव अच्छा है तो हम हर समय कुछ न फायदे वाले कर्म में ही लगे रहेंगे। इसे ऐसा समझिये आज कल काफी लोग सोशल मीडिया पर रील्स देखते है लेकिन काफी लोग उन रील्स को बनाकर ही पैसा कमा रहे है ये है ग्यारहवे भाव की ताकत। और जब इन्ही के माध्यम से आपको बहुत बड़े वर्ग द्वारा सम्मान दिया जाए उसमे ग्यारहवे भाव का योगदान रहता है. हमने बात की थी के मान सम्मान दशम भाव से देखा जाता है लेकिन जब ये सम्मान बहुत बड़े दर्ज़े का हो तो एकादश भाव का भी बली होना जरुरी है. 

हमारे बड़े भाई बहन, मित्र इसी भाव से देखे जाते है. शुभ सुचना किसी भी तरह के शुभ समाचार यही भाव देता है या ऐसा समझिये के ये भाव मजबूत होने पर व्यक्ति अपने मतलब की बातों को बहुत जल्दी सुन लेता है उन्हें इग्नोर नहीं होने देता, क्यूंकि ये भाव कान को भी दर्शाता है. घुटना भी इसी भाव से देखा जाता है. 


इसके बाद एक बड़ी अजीब चीज़ यंहा से देखी जाती है इच्छापूर्ति,, इच्छाएं सभी की होती है किस की नहीं होती, चाहे योगी ही क्यों ना हो उनकी भी कोई ना कोई इच्छा होती ही है. हमारी इच्छाएं पूर्ण होंगी या अधूरी ही रह जायेगी या किस तरह की इच्छाएं हमें फायदा देंगी ये सब प्रश्न इसी भाव से देखे जाते है. अपने लक्ष्य पर हम कितने फोकस है इसी भाव का कार्य है.  

हालाँकि हमारी बुरी इच्छाएं भी यही से देखी जाती है.  बड़े बड़े चित्रकार वही लोग होते है जिनका ग्यारहवा भाव मजबूत होता है. 


 ग्यारहवे भाव का स्वामी पहले भाव में आने पर ये तीन भाव आगे आ गया, अब जातक अपने आप के पराक्रम से लाभ कमायेगा। हालाँकि ये बहुत अच्छा योग होता है. व्यक्ति की बोल चाल के अंदर ही लाभ छुपा होता है. जो एक्शन होते है उसका सीधा संबंध तीसरे भाव से होता है और सपनो का संबंध नवम से होता है. ऐसे में जातक बस कर्म करता जाए उसे प्राप्ति होती रहेंगी. हाँ अगर ख्वाब देखता रहेगा तो कोई काम नहीं बनने वाला. यंहा परशर ऋषि सात्विकता की बात करते है क्यूंकि शनि का घर है और आप देखना जब ग्यारहवा भाव मजबूत हो तो बुरे व्यसन की तरफ रुख रहता है. एक वैदिक ज्योतिषी हो या लाल किताब के विद्वान जब भी ग्यारहवे भाव को एक्टिव हुआ देखते है तुरंत जातक को शराब और मांस से दूर होने के सलाह देते है, इसका एक कारण ये भी है सूर्य की रौशनी पंचम को मिली जो बेक्टेरिआ को मारता है तो इसके उलट ग्यारहवा भाव संक्रमण को बढ़ाता है इसलिए ये भाव अगर लग्न से जुड़े तो खाने पीने में थोड़ा परहेज़ और साफ़ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। 

समदृष्टि की बात करते है मतलब के व्यक्ति को घमंड से दूर रहने में ही भलाई है कभी कभी अपने ग्रुप में कुछ बोल चाल या अपने आप को ज्यादा ऊँचा समझना इन्हे नुकसान देता है. अंत में भाई बहन ही इनके काम आएंगे। 


eleventh house lord in first house  


यदि दूसरे भाव में ग्यारहवे भाव का स्वामी आ जाए तो अब ये चार भाव आगे आ गया यंहा प्रचुर मात्रा में धन कमाने के अवसर जातक को मिलते है. अब देखिये वाणी और लाभ एक साथ मिल गए यानी एक ताकतवर वक्ता व्यक्ति बन सकता है जिसकी बोलने मात्र से लोग अपने आप को भूल जाए. बोलना हमारी नेचुरल हैबिट है और इसका संबंध प्राप्ति से हो गया तो व्यक्ति अपनी अच्छी वाणी पर ही ध्यान दे तो बहुत है. दूसरा भाव हमारे चेहरे को भी दर्शाता है तो एक नार्मल साफ़ सफाई और फेस वैल्यू बनाये रखना जरुरी है ज्योतिष ये नहीं कहता के जिसके भी ग्यारहवे का स्वामी दूसरे में हो तो अच्छा चेहरा होगा लेकिन वो चेहरा अच्छा रखे तो उस चेहरे में भी लाभ छुपा है ये जरूर ज्योतिष इशारा करता है. दूसरा भाव एक नेचुरल मारक भी होता है इसलिए हेल्थ का ध्यान भी रखना चाहिए स्पेशल्ली पानी का क्यूंकि अब ये चार भाव आगे है. 


eleventh house lord in third house  


तीसरे भाव में लाभ का स्वामी आने पर थोड़ी मेहनत अब ज्यादा होगी. देखिये ये दोनों भाव उपचय भाव है यानी जिनमे लगातार वृद्धि होती रहेंगी. तीसरा भाव मेहनत का हुआ तो जितनी मेहनत उतना लाभ. भाइयो से जितना अच्छा रिश्ता उतनी जीवन ऊपर की ओर बढ़ना। दोस्तों से लाभ पड़ोस से लाभ मिलेगा इनसे लड़ना लगातार नुकसान का कारण बनेगा. लिखावट का भाव है डांस का भाव है और लाभ का स्वामी आकर बैठ जाए जो की पांच भाव आगे यानी मनोरंजन में लिखना नाचना। नाचना, गाना, भी किसी को फायदा दे सकता है जी हाँ इस कॉम्बिनेशन में ऐसा जरूर होता है. तीसरा भाव छोटी छोटी यात्राओं का होता है तो घूमिये लेकिन मेहनत करना ना भूलिए। आपकी कलाई आपका हाथ हमेशा हमेशा मजबूत रहे ध्यान रखिये. 


eleventh house lord in forth house  


चौथे भाव में लाभेश आने पर भूमि से फायदा होता है, सबसे बड़ी बात है के ये लोग सिर्फ खुश रहना भी शुरू कर दे तो भी लाभ इनके पास रहता है. लाभेश अपने से छठे घर में आ गया है जो की रोग ऋण शत्रु का है जातक एक सेवक की तरह जब समय से सारे काम करने लगता है तब ये भाव बहुत ज्यादा धन देता है जैसा की आप बिल गेट्स की कुंडली में भी देख सकते है. हालाँकि व्यक्ति का दिमाग पूरी तरह पैसे में होगा जिसे आप एक मनी माइंडेड व्यक्ति भी कह सकते है घरेलू माहौल और माता से संबंध जिंदगी में बहुत जरुरी है. व्यक्ति दवाई या मेडिकल से संबंधित चीज़ो से भी पैसा बनाता है और काफी धन से ये गुप्त रूप से कमाते है दिखता कुछ है होता कुछ और है. 


eleventh house lord in fifth house  


पंचम भाव में ग्यारहवे भाव का स्वामी आने पर व्यक्ति अपनी अक्ल के लिए जाना जायेगा अब ये बुद्धि अच्छी होगी या बुरी ये ग्रह की ताकत और प्रकृति से देखा जायेगा। लेकिन कभी कभी ऐसा देखा जाता है के व्यक्ति की प्रेडिक्शन पावर अच्छी खासी होती है और इससे वह धन भी कमा जाट है. लेकिन वंही ये योग एक बड़ा सटोरिया भी बना देता है जो जल्दबाज़ी में अपना धन भी खराब कर सकता है. धार्मिक जगहों की यात्रा करता रहे और अपनी संतान हमेशा ध्यान दे तो भविष्य अच्छा ही रहता है लेकिन जंहा संतान के भविष्य से खेलेगा सिर्फ नुकसान ही झेलेगा. अच्छी अच्छी बाते करना, मन्त्र उच्चारण करना, वेदो का पाठ करना शुभ फल देगा. 



eleventh house lord in sixth house  


 छठा भाव भी उपचय भाव है जो की कठिन परिश्र्म को दर्शाता है जितना कम्पटीशन को फेस करेगा उतना लाभ हासिल करेगा। ये कंही कंही क्रूर कर्मो से लाभ दिखाता है अब ये क्रूर कर्म का मतलब लड़ाई झगड़ा, मृत्यु , दवाई, कोर्ट केस से लाभ कमाने को दर्शाता है और इन कर्मो में लाभ की मात्रा भी बहुत अधिक हो सकती है. आठ भाव आगे है तो तंत्र मन्त्र से लाभ, गुप्त विद्या से लाभ, मांस बेचने से लाभ दर्शाता है. कुंडली में सिर्फ समझ की जरूरत होती है हाँ इस कॉम्बिनेशन में शराफत कभी कभी बुरे फल दे सकती है. छठा भाव एक तरह से देखे तो शत्रु को दिखाता है अब शत्रु इनके जीवन में कौन है उनका इन्हे चुनाव करना है और उसी से लड़ना इन्हे फायदा देगा, शत्रु कोई व्यक्ति भी हो सकता है, कोई आदत हो सकती है, बस जब लड़ना शुरू कर दिया फिर लाभ ही लाभ. 



eleventh house lord in seventh house  


सप्तम भाव काम भाव है और ग्यारहवा भाव भी काम भाव है लेकिन उपचय होने की वजह से क्रूर भी है. जातक को पार्टनर से काफी ज्यादा लाभ होते है और कभी कभी ये भी देखा जाता है के व्यक्ति का पार्टनर उससे बहुत ऊँचे घर ताल्लुक रखता है. विदेश से लाभ, पार्टनरशिप से लाभ ये योग दिखाता है. हालाँकि इस योग में पीड़ित अवस्था में पार्टनर के अवैध संबंध भी हो सकते है या वो आशिक मिज़ाज़ हो सकता है वरना समाज में काफी नामी और दानी भी हो सकता है, ये सब ग्यारहवे के स्वामी की प्रकृति और बल पर निर्भर करेगा। 


eleventh house lord in eight house  


काफी लोग ऐसे होते है जो आपदाओं से बहुत पैसा कमाते है. कोई युद्ध हो जाए भूकंप आ जाए महामारी फ़ैल जाए कंही बाढ़ आ जाए, इनकी चांदी हो जाती है. अचानक कोई प्रॉपर्टी नाम कर जाए ये सब ग्यारहवे के स्वामी का अष्टम भाव से संबंध बनने पर होता है.. अष्टम भाव जाने का है और ग्यारहवा भाव आने, व्यक्ति जितना चीज़ो को लेट जो करेगा उन्हें पाल कर नहीं बैठेगा उतना कामयाब रहेगा, पुरानी बातों, पुराने रीती रिवाज़ो के फेर में पड़ेगा तो नुकसान सम्भव है. छुपी हुई इच्छाएं पूरी करते करते धोखे मिलते रहेंगे, जुआ सट्टा नुकसान देगा. रिसर्च करना , छुपी विद्या का ज्ञान फायदा देगा। 



eleventh house lord in ninth house  

नवम भाव आने पर व्यक्ति भाग्यवान रहेगा यानी भाग्य साथ देगा, चालाक होना फायदा देगा लेकिन उतना ही धर्म बगी करना पड़ेगा। ग्यारहवा भाव अपने से ग्यारहवा हो गया अब तो इस भाव की वृद्धि होगी. पिता से सम्पति प्राप्त होगी हालाँकि ये भाव की वृद्धि हो रही है ऐसे में या तो पिता एक से ज्यादा हो सकते है या कोई व्यक्ति पिता जैसा जिंदगी में मिलेगा जो काफी कुछ देकर जाएगा। पढ़ाई और धर्म दो चीज़ो को पकड़ कर भी बैठ जाए तो भी जिंदगी में बहुत कुछ मिलता है. 


eleventh house lord in tenth house  


दशम भाव में आने पर व्यक्ति बहुत नाम और बड़ा पद पाने का अधिकारी होता है. सरकार से अच्छे संबंध बहुत आगे लेकर जाते है, इस योग में जातक का अपने ऊपर कण्ट्रोल बहुत अच्छा होता है. जंहा इनमे कमी आती है तो बस एक के ये सोशल नहीं हो पा रहे होते या अपने आप को खुद ही पीछे  रखते है. जबकि तरक्की खुद खड़ी होती है. अड़ियल स्वभाव भी एक परेशानी का कारण बन सकता है. दोस्तों से कुछ फायदा मिलता है लेकिन बड़ी तरक्की खुद मैदान में आकर ही मिलती है. 


eleventh house lord in eleventh house  

 लाभ का स्वामी अपने ही भाव में आकर अब बैठ गया है. व्यक्ति अपने बड़ो से हमेशा फायदे में रहता है. पंचम भाव से प्रसन्न रहने की और पेट सही रखने के गुण उठाने में अगर कामयाब रहता है तो एक सुखी जीवन जीता है. पराशर होरा में इसे पंडित कहकर सम्बोधित किया गया है यानि एक प्राकृतिक बुद्धि का मालिक व्यक्ति होगा. अब ऐसे योग में खुश और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करना ही सिद्धि प्राप्त करने के लिए उत्तम उपाय है. 



eleventh house lord in twelfth house  

लाभ का स्वामी अब बारहवें घर में आ कर बैठ गया है. हालाँकि अपने से दूसरे में गया है जातक ऐश्वर्यपूर्ण जिंदगी जीता है चाहे बचत कम हो लेकिन जिंदगी के सारे सुख भोगता है. ऐसे लोगो का विदेश की तरफ विदेशी संस्कृति की तरफ झुकाव हो सकता है. ज्यादा ही मॉडर्न होने का इनका मन रहता है. बारहवां घर खर्च का होता है ऐसे योग में  आमदनी से ज्यादा खर्च कभी कभी हो जाता है और ये खर्च कभी कभी कामवासना की पूर्ति के लिए भी हो सकता है. ऐसे जातको के विचार ऊँचे दर्ज़े के जरूर होते है और इनकी इन्टीटूशन भी अच्छी खासी होती है. इन्हे हर एक पर विश्वास करने की आदत से बचना चाहिए साथ ही बचत करने की आदत जरूर डालनी चाहिए. 



Comments

Learn Astrology

you can buy recorded courses and research notes. contact on whatsapp @9899002983

About Me

My photo
prateek gupta
My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

दही से मिलता है आकर्षण सच या झूठ ?

नमस्कार, पीछे मैंने कुछ जगह ये बात सुनी कुछ ज्योतिषियों के मुख से के दही यदि प्राइवेट पार्ट पर लगायी जाए तो काफी आकर्षण आपके अंदर आ जाता है जिससे विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर खासकर स्त्रियाँ आकर्षित होती है. इससे आपका शुक्र मजबूत होगा और आप एक परम आकर्षक व्यक्ति बन जाएंगे.

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

ऐसा माना जाता है के जब  आपके साथ अजीब अजीब सी घटनाये होने लगे जैसे अचानक कोर्ट केस, बीमारी जिसका कारण नहीं पता, कोई इलज़ाम या लानत या किसी झगड़े में आपका नाम आ जाना जिससे आपका कोई लेना देना ना हो तो समझिये ये राहु ग्रह की शरारत है.