नमस्कार दोस्तों
ज्योतिष सूत्र की सीरीज में आज हम बात करते है के कुंडली में उधार पैसा कब वापस नहीं आता और यदि फंस गया है तो कैसे निकलवा सकते है.
दोस्तों कर्ज मुक्ति से संबंधित तो आप बहुत सारे वीडियो देखते होंगे काफी पोस्ट भी पढ़ी होंगी लेकिन काफी लोग ये प्रश्न करते है के हमने पैसा उधार दिया था वो वापस नहीं आ रहा. चाहे मित्र को दिया या किसी काम धंधे से संबंधित उधार। लेकिन अब फंस गया है तो क्या किया जाए.
मै कोई दूसरे मुद्दे पर ना जाते हुए सिर्फ इसी विषय पर चर्चा करूँगा और वीडियो में हम जानेंगे के इसके उपाय क्या हो सकते है.
सबसे पहले समझिये के ऋण के कारक ग्रह मंगल देव होते है और कुंडली में छठा भाव ऋण का होता है जिसके स्वामी बुध देव और केतु देव है जो मंगल से विपरीत स्वभाव के ग्रह माने जाते है.
कुंडली में मंगल देव का संबंध जब भी छठे भाव से बनेगा तो ऋण वापस आने में तकलीफ होगी ही होगी।
इसके दो कारण बनते है पहला कारण ये है के
मंगल के शत्रु बुध यानी बिज़नेस और केतु जो गड्ढे का कारक होता है तो ऐसे लोग जिनकी कुंडली में मंगल का संबंध छठे भाव से है तो जब ये ऋण देते है तो लेने वाले के बुध और केतु पर प्रभाव पड़ता ही पड़ता है.
जिससे लेनदार के बिज़नेस या जीवन में धोखधड़ी जैसी घटनाये हो सकती है और इसकी वजह से पैसा वापस करने में तकलीफ होती है.
दूसरा कारण ये भी है के मंगल का संबंध छठे भाव से होने पर मुसीबत में पड़े व्यक्ति के काम भी आता है जो बाद में नुकसान का कारण भी बनता है.
अब मंगल का छठे से संबंध कैसे देखे
देखिये मंगल की दो राशियाँ है एक मेष और दूसरी वृश्चिक।
इन दोनों में से कोई भी राशि अगर छठे घर में बैठी है तो ऋण देने से बचे.
इसके बाद मंगल देव की तीन दृष्टि मानी जाती है चौथी, सांतवी और आंठवी इसके अलावा खुद का प्रभाव तो होता ही है.
तो यदि मंगल देव छठे भाव में है
तीसरे भाव में है
12 भाव में है
या 11 भाव में है तो ऋण या उधार का कार्य मत कीजिये क्यूंकि कोई भी शक्ति आपके काम नहीं आएगी। ऐसे लोग उधार देने से बहुत दूर रहे तो अच्छा रहेगा।
अब बात आती है के ऋण दे दिया है किसी भी कारण से और वापस कैसे प्राप्त किया जाए
पहली बात के यदि मंगल का संबंध यदि छठे घर से बना हुआ है और पैसा फंसा हुआ है तो पहले तो कसम खा लीजिये के आगे से उधार नहीं दूंगा ना ही उधार का धंधा करूँगा, उसके बाद उपाय बता देता हूँ के ऐसे व्यक्ति जिनका पत्रिका के मंगल का संबंध छठे घर से है वो लड़ाई झगड़े में कभी नहीं हारते तो इन्हे लड़ कर अपना पैसा लेना चाहिए
अब लड़ाई कोर्ट में लड़े
या धमकी दे
या ऐसे किसी पाठ का उच्चारण करें जो वीर रस में हो जैसे बजरंग बाण
कुछ लोग कहते है की उनकी कुंडली में मंगल का संबंध छठे घर से नहीं है लेकिन फिर पैसा फंस गया या कुछ कहते है के हमें कुंडली ही देखनी नहीं आती। तब क्या करे। दोस्तों अथर्ववेद में पूषा देव को पैसा निकलवाने वाला माना गया है. जिनके नाम एक नक्षत्र भी है पुष्य नक्षत्र।
दिशा होती है दक्षिण और दक्षिणपूर्व के बीच की जगह, जिस दिन चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में हो उस दिन गायत्री मन्त्र एक कागज पर लिखिए और लेनदार का नाम लिख दीजिये साथ ही कामना कीजिये के आपका पैसा मिल जाए
अब ये कागज दक्षिण और दक्षिणपूर्व की दीवार पर चिपका दीजिये और डेली वंही खड़े हो कर कामना कीजिये के आपका धन मिल जाए. आपको जरूर लाभ मिलेगा।
ज्योतिष से जुड़ा ये सूत्र बहुत काम का है ऐसे ही अन्य सूत्र हम आगे भी सीखेंगे धन्यवाद
Comments
Post a Comment