lecture 5 - वास्तु विन्यास
वास्तु विन्यास यानि के घर की दिशाओ का ज्ञान सबसे जरूरी वास्तु अंग माना गया है. इसे कैसे ज्ञात करते है आइये जानते है.
कोई भी घर या प्रॉपर्टी वास्तु शास्त्र में 360 डिग्री की मानी गई है. अगर हम किसी घर में जाते है तो सबसे पहले हमे दिशा ज्ञान बेहद जरूरी है. इसके लिए मार्किट से compass ले, इसमें oil compass या magnetic compass सबसे अच्छे माने जाते है, आजकल फ़ोन में compass download की सुविधा होती है आपको दोनों ही अपने साथ रखने चाहिए.
सबसे पहले जिस प्रॉपर्टी में गए है पहले जो एक normal पूर्व पश्चिम दिशा देखे उसके बाद प्रॉपर्टी के बीचों बीच जाकर कंपास को जमीन पर रख दीजिये, अपना मुख उत्तर की तरफ ही रखे. अब देखें compass क्या डिग्री दिखा रहा है साथ ही अपने फ़ोन वाले compass का मुह भी उत्त्तर की तरफ करके चेक करें, बस उत्तर ज्ञात कर लीजिये बाकी आपका काम हो गया, क्योंकि बाकी डिग्री उत्तर से आप पकड़ते चले जाओगे.
उत्तर दिशा हमेशा 0 डिग्री या 360 डिग्री एक ही बात है, पर स्थित होती है, लेकिन घर हमेशा बिलकुल सीध में नही बना होता जिस कारण उत्तर दिशा आगे पीछे हो जाती है. (ध्यान रखिये कभी भी दीवारों से उत्त्तर दक्षिण नही ज्ञात करना चाहिए.) अब सबसे पहले जिस प्रॉपर्टी में हम गए है वहाँ का उत्तर दिशा ज्ञात कीजिये किस साइड है हो सकता है थोड़ा आगे हो या थोड़ा पीछे हो. एक बार उत्तर दिशा पकड़ना सीख जाने पर प्रॉपर्टी के सभी ज़ोन्स आपके सामने आ जायेंगे।
आप सबसे सटीक उत्तर दिशा पकड़ने की कोशिश कीजिये , अपने घर से ही ये काम कर सकते है, इसमें जितना समय लगे लीजिये एक बार दो बार, छत्त से जाके जहाँ हो सके देखे क्योंकि ये सबसे जरूरी अंग है.
16 भागों में उनके अंशो के अनुसार बांटने पर हमे इस प्रकार एक नक्शा सामने आता है. इसमें आप देख सकते है कोई हिस्सा बड़ा है कोई हिस्सा छोटा है इसी प्रकार हम घर के गुण धर्म निर्धारित करते है.
Comments
Post a Comment