lecture 9 - दक्षिणपूर्व और दक्षिणपूर्व-दक्षिण वास्तु जोन
southeast vastu zone - 123.75-146.25 डिग्री का एरिया ये पड़ता है इसे आग्नेय कोण भी कहा जाता है. अग्नि से जुड़ा ये कोण जो हम काम करते है उनसे रिजल्ट देने का काम करता है. अग्नि से जुड़े अन्य कार्य जैसे शादी, शुभ कार्य भी इसी कोण से देखे जाते है ये खराब होने पर शुभ कार्य नहीं होते शादी में भी परेशानी आती है. इसके अलावा ये जोन cash पैसे से भी जुड़ा होता है आपके हाथ में पैसे रहते है या नहीं इसी कोण से पता चलता है. चक्रों में ये कोण मणिपुर चक्र (stomach) चक्र से जुड़ा होता है और शुक्र ग्रह का ये जोन माना गया है. यहाँ लाल और हरे रंग का उपयोग अच्छा रहता है और नीले रंग होने से परेशानी होना सम्भव है. काम बनते बनते रह जाते हो तो ये जोन जरूर check करे और देखें कही इधर टॉयलेट, anti color न हो जैसे नीला या पीला, कटा हुआ कोण न हो. किचन यहाँ होना अपने आप में बहुत अच्छा माना जाता है.
southeast-south vastu zone - 146.25-168.75 degree का ये जोन पड़ता है. दक्षिणपूर्व-दक्षिण का वास्तु जोन हमारी मानसिक शक्ति से जुड़ा होता है, हमारे अंदर आत्मविश्वास कितना है, किसी कार्य को करने की क्षमता मानसिक और शारीरक रूप से कैसी है ये जोन बताता है. वैदिक शास्त्रों में इधर घी रखने की सलाह दी जाती है घी के अलावा इधर कोई भी पौष्टिक खाने का सामान रखा जा सकता है इससे घर में आत्मविश्वास की स्थति आती है. कई बार इधर रूम होने से व्यक्ति में गुस्सा बहुत ज्यादा हो सकता है लेकिन फिर भी कोई गलत दिशा ये नहीं मानी जाती. ये जोन रति मंदिर यानि के ड्रेसिंग रूम के लिए suggest किया जाता है. शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए भी ये जोन ठीक करा जा सकता है. कुछ जगह इन्हे वर को वरण करने की शक्ति के रूप में जाना गया है इस हिसाब से शादी जैसे शुभ कार्यों में ये दिशा ठीक करे. लाल रंग के उपयोग से ये जोन ठीक होता है.
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