Skip to main content

अम्बर क्रिस्टल के फायदे - benefits of Amber crystal in hindi














अम्बर (amber) बड़ा जाना माना क्रिस्टल है, इसे बहुत सारे कामों के लिए पहना जाता है जिसमे डिप्रेशन या अवसाद को खत्म करना सबसे बड़ा कार्य है. ये क्रिस्टल अपने ऊपर धैर्य रखना सिखाता है जिससे निर्णय लेने में आसानी रहती है. जिनकी कुंडली में शुक्र कमजोर हो उनके लिए बहुत अच्छा प्रभाव ये देता है. 





दरअसल एम्बर पेड़ो के जीवाश्म से निकली हुई राल का ठोस रूप होता है  जो सालों साल का एक प्रोसेस से बनता है, ये गोंद का टुकड़ा  पूरी तरह प्राकृतिक होता है. इसके नकारात्मक प्रभाव नहीं होते. आयुर्वेद में इसे कहरुआ पत्थर कहा जाता है. 





ये पत्थर बहुत पुराना और हर सभ्यता में इसका उल्लेख मिलता है. माना जाता है के अम्बर  promote longevity, enhance the ability to make rational decisions, negate evil or negative energies, and improves memory. 





स्वास्थ्य में एम्बर जैसे  swelling in neck and throat glands  में करता है .  digestive systems and alleviates the symptoms of goiter, tooth pain, headaches, tension, cold and jaundice इन सब में एम्बर स्टोन काम करता है. 





Amber benefits people who practice the professions medicine and healing, especially astrological and the alternative healing therapies.


बृहस्पति से प्रभावित लोग या जिन लोगों का मूलांक 3 बनता है उन्हें एम्बर क्रिस्टल अपने पास रखना फायदा देता है. 





Comments

  1. Thanks for explaining everything about Amber crystal in Hindi. To check the detail in English you can visit here.

    ReplyDelete

Post a Comment

Learn Astrology

you can buy recorded courses and research notes. contact on whatsapp @9899002983

About Me

My photo
prateek gupta
My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

दही से मिलता है आकर्षण सच या झूठ ?

नमस्कार, पीछे मैंने कुछ जगह ये बात सुनी कुछ ज्योतिषियों के मुख से के दही यदि प्राइवेट पार्ट पर लगायी जाए तो काफी आकर्षण आपके अंदर आ जाता है जिससे विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर खासकर स्त्रियाँ आकर्षित होती है. इससे आपका शुक्र मजबूत होगा और आप एक परम आकर्षक व्यक्ति बन जाएंगे.

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

ऐसा माना जाता है के जब  आपके साथ अजीब अजीब सी घटनाये होने लगे जैसे अचानक कोर्ट केस, बीमारी जिसका कारण नहीं पता, कोई इलज़ाम या लानत या किसी झगड़े में आपका नाम आ जाना जिससे आपका कोई लेना देना ना हो तो समझिये ये राहु ग्रह की शरारत है.