Skip to main content

अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोगों का स्वभाव - ashwini nakshatra born person in hindi


अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोगों का स्वभाव - ashwini nakshatra born person in hindi


आज बात करते है सबसे पहले नक्षत्र की अश्विनी, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोगों की  राशि मेष व जन्म नक्षत्र स्वामी केतु बनता है। इनके जीवन पर मंगल और केतु ग्रह का पूरा प्रभाव रहता है. 











अश्विनी नक्षत्र के पहलु 



प्रतीक चिन्ह (symbol) : घोड़ा

रंग : रक्त लाल

वृक्ष : आंवला।

राशि स्वामी : मंगल।

देवता : केतु, अश्विनी कुमार।


राशि अंश - मेष - 0 - 13.20 डिग्री 



ashwini nakshatra persons features 


अश्विनी नक्षत्र में जन्मे लोग सुंदर व मजबूत शरीर के होते है. इनका माथा चौड़ा होता है. धन और  भाग्य दोनों का सुख इनके जीवन में देखा जाता है.

positive -negative  points of ashwini nakshahtra born in hindi 


ऐसे लोग  independent, सेवा करने वालेम सच बोलने वाले, भगवान को मानने वाले और साथ में धर्म में रूचि रखने वाले  होते है. ऐसे लोग 30 साल की उम्र के बाद success पाते है, इनका जिद्दी होना इनकी निशानी है.


ऐसा देखा जाता है के यदि कुंडली में मंगल या केतु की स्थिति खराब हो तो ऐसे लोग बहुत ज्यादा गुस्सा करने वाले व् बहुत बड़े बड़े ख्वाब देखने वाले हो जाते है. रोग पीछा नहीं छोड़ते ऐसे लोगों का. 

Comments

ads

Popular posts from this blog

बहुत विशेष है कामधेनु गाय - KAAMDHENU COW SIGNIFICANCE VIA ASTROLOGY AND VASTU SHASTRA

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

शुक्र राहु की युति को कैसे समझे - RAHU VENUS CONJUCTION

  राहु शुक्र की युति को लेकर काफी बड़ा ज्योतिष वर्ग नेगेटिव धारणा रखता है जो की आज के समय में काफी हद तक सही भी है. आपने बहुत आंधी देखी होगी और कभी कभी बहुत ज्यादा धुल भरी आंधी भी देखी होगी. लेकिन आप इमेजिन कीजिये शाम के समय जो आंधी आती है उसमे कालापन ज्यादा  होता है और एक अजीब सा बर्ताव आपको उसमे मिलेगा। ऐसा नहीं है के उसमे कुछ रहस्य है लेकिन प्रकाश की कमी की वजह से शाम की आंधी काली आंधी बन जाती है बस इसी को असली राहु शुक्र की युति समझे. 

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

नमस्कार आज हम बात करेंगे एक ज्योतिष सूत्र की जिसमे हम समझेंगे मंगल ग्रह के चौथे भाव में बैठने के बारे में. जन्म पत्रिका में मंगल ऊर्जा का ग्रह है और मंगल ही वह ग्रह है जो अग्नि हर वक़्त व्यक्ति के आस पास रहती है चाहे वह पेट की अग्नि हो या घर की रसोई की या व्यक्ति की अंतिम अग्नि यानी चित्ता की. इससे हो कर जाना ही पड़ता है. चाहे कोई भी ग्रह हो सोना चांदी पीतल लोहा सबको आकार मंगल ही देता है. 

शनि राहु युति का ज्योतिष में महत्व - Saturn Rahu conjunction in Astrology

  नमस्कार दोस्तों ज्योतिष सूत्र में आज चलते है एक ऐसी युति की ओर जो लगभग हर परेशान घर में होती है. आज बात करते है शनि राहु की युति। एक तरह से समझिये जूते में लगी गंदगी. क्यूंकी शनि जूता और गंदगी राहु। अगर आप अपने अंदर कल्पना शक्ति कजाते है तो ज्योतिष के सूत्र आसानी से समझ आने लगते है. तो आज इसी युति पर हम लोग चर्चा करते है. 

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

  सफ़ेद आकड़ा जिसे श्वेतार्क भी बोला जाता है. ये एक पौधा है जिसमे आयुर्वेदिक गुण बहुत मात्रा में छुपे हुए है जिसकी वजह से ये पौधा हमेशा से हर तरह के आचार्य चाहे आयुर्वेद हो या ज्योतिष या तंत्र से जुड़े या रसायन शास्त्र से जुड़े लोग हो सबके लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है.