हमारे शरीर मे 7 चक्र होते है | हर चक्र हमारी जिंदगी के अलग पहलुओं से जुड़ा होता है. आज आपको बताते है के किस तरह से हम इन चक्रों से जुड़े है और कैसे ये हम पर अपना प्रभाव डालते है.
7 chakras meaning in hindi
मूलाधार चक्र (muladhar chakra OR root chakra meaning in hindi )
first chakra - मूलाधार चक्र सबसे पहला चक्र है. ये हमारी रीढ़ के आधार पर स्थित है, यह मानव सूक्ष्म शरीर की पहली मौलिक चक्र है । इसका रंग लाल है और इसके साथ जुड़े तत्व पृथ्वी है।
इस चक्र के अनुसार, आपका डर के बिना इस धरती पर रहने का अिधकार है।
अब क्या आप इस दुनिया में ख़ुद को सुरकिक्षत महसूस कर रहे है ? यदि नहीं तो या तो आपका यह चक्र block है या imbalanced है | आपको ख़ुद इसे ख़ोलना होगा या संतिुलत करना होगा | जो भी चीज आपको तंग कर रही है उसे पहचाने और ठीक करें |
त्रिक चक्र - स्वादिष्ठान चक्र (second chakra or sacral chakra in hindi )
second chakra - रीढ़ के आधार और अपनी नािभ के नीचे दो उंगिलयों से ऊपर ये चक्र होता है। इसका रंग नारंगी है और यह तत्व पानी के साथ संबद्ध है । यह चक्र हमारी emotional पहचान बनाता है और यह हमें खुश और सुखद महसूस करने के लिए अनुमित देता है।
अगर आप सब के आसपास उदासी महसूस होती है तो आपका चक्र संतुलन पूरी तरह से बाहर है । आपको गुस्सा, चिंता और भय के लायक नहीं है|आप सही यौन सुख के लायक है। अपकी भावनाओं को चोट ना लगने देै । आप अपनी भावनाओं को पवित्र प्रकाश में मंथन करने दें भरोसा करे की आप इसके लायक है।
मणिपुर चक्र या सौर चक्र (manipur chakra or solar plexus chakra in hindi)
third chakra - इस चक्र अपकी नाभि से थोड़ा ऊपर में स्थित है। इस चक्र का रंग पीला है और यह तत्व आग के साथ जुड़ा हुआ है। यह चक्र अपको सामािजक पहचान के साथ आत्मिवश्वास देता है जो समाज में खुद का प्रतिनिधित्व करने के लिए है|
आप आत्मिवश्वास से बाहर हैं तो मणिपुर चक्र को एक balance संतुलन की जरूरत है। खुद को उज्ज्वल रूप में आप चमकने दें|
अनाहत चक्र- हृदय चक्र ( heart chakra in hindi)
fourth chakra - हृदय चक्र यह प्यार का चक्र, छाती के बीच में स्थित है। इसका रंग है हरा और तत्व हवा है। इस चक्र के कारण आपको बिना शर्त प्यार महसूस करवाता है | प्यार दिुनया का सबसे अच्छा एहसास है तथा आप दोनो एक दूसरे के लायक है| यह आपके मन, शरीर और आत्मा को एक साथ बांधता है|
तो , अगर आपको लगता है की आप प्यार के काबिल नहीं है तो आपका heart चक्र balanced नहीं है.
विशुद्ध चक्र - गले का चक्र ( vishudha chakra or throat chakra in hindi)
fifth chakra - गले पर स्थित है, नीले रंग के साथ जुड़ा हुआ है और इसके तत्व ध्वनि या आवाज़ है। इस चक्र के अनुसार, आप बोल कर अपने आप को व्यक्त करने के अधिकारी है। लेकिन अगर आपको बोलने में परेशानी है या बोलते समय आप अपनी भावनाय नहीं बता पाते तो इस throat chakra को heal करने की जरूरत है. यही वो चक्र माना जाता है जिससे आप अपनी भूख प्यास तक को control में कर सकते हो.
तीसरी आँख चक्र - आज्ञा चक्र (AAGYA CHKRA or third eye chakra in hindi)
sixth chakra - तीसरी आँख चक्र तीसरी आंख के स्थान पर भौंहों के बीच में सि्थत है । इसका रंग इंडिगो और तत्व प्रकाश है। इस चक्र कल्पना अंतर्ज्ञान और अपने सहज ज्ञान के लिए होता है। आप ज्ञान को पाना चाहते हैं तो आप सिर्फ इस चक्र पर ध्यान केंद्रित करें और इसे खोलने पर धयान दें और इसे एक फूल खुल की तरह ख़ुल जाने दें । जो भी चीजे आप बंद आख़ो से देख़ते है वह ऊपर वाले की देन है और ज्यादा महत्वपूर्ण है.
ऐसा माना जाता है यहाँ बहुत सारी शक्तियां होती है जब आज्ञा चक्र जागृत होता है तब ये सिद्धि मनुष्य के वश में हो जाती है.
क्राउन चक्र - सहस्रार चक्र (crown chakra in hindi)
seventh chakra - यह मानव सूक्ष्म शरीर के आखिरी चक्र है । यह शीर्ष सर पर होता है और उसका रंग बैंगनी है । यह आपको अनन्त दुनिया से जोडता है जहा पर आपको अधिकार है सूचना और ज्ञान को प्राप्त करने का | यह चक्र आपको ज्ञान, उच्च चेतना और शाश्वत ज्ञान देता है। ये चक्र हर तरह की शक्ति दे सकता है.
आप ऊपर दिए हुए pic से देख सकते है कौन सा चक्र कहाँ स्थित होता है.
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