Skip to main content

ज्योतिष के अनुसार पाएं आकर्षण - attraction meaning in astrology in hindi



आजकल सभी लोग आकर्षण की चाह में रहते है.  ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों की अपनी attraction होती है. किसी वयक्ति की कुंडली में जो ग्रह बली होता  है जिसका प्रभाव ज्यादा होता है उसी के  अट्रैक्शन उस जातक में आ जाती है. अब वो ग्रह अछा है या बुरा कुंडली पर निर्भर करता है. लेकिन कुंडली में कुछ ही ग्रह है जिनका संबंध attraction से होता है आज आपको बताते है कौन से वो ग्रह हैं  और क्या ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए अट्रैक्शन पाने के लिए 









Tips for attraction in astrology



कुंडली में attraction अगर देखा जाये तो सीधा सा शुक्र ग्रह से संबंधित होता है. लेकिन ये आकर्षण ब्यूटी, प्यार  से संबंधित होता है जिसकी आज की डेट में सबसे ज्यादा डिमांड है. 




लेकिन इसके अलावा भी आकर्षण होता  है अगर किसी वयक्ति का करैक्टर आकर्षक है तो इसका सीधा संबंध चन्द्रमा से होता है. ऐसे वयक्ति से मिलने  के बाद आप उसी के बारे में सोच सकते हो. 



बृहस्पति ग्रह ज्ञान और अध्यात्म के आकर्षण के लिए जिम्मेदार है. वही पर बुध ग्रह वाणी के द्वारा मोह लेने वाले आकर्षण का ग्रह होता है.



इसके अलावा अन्य ग्रह आपको धन, दौलत, इज़्ज़त दे सकते है लेकिन आकर्षण नही. सूर्य ग्रह आपक तेज़ दे सकता है लोग आपके सामने आके झुक जाए,  शनि राहु केतु या मंगल आकर्षण बहुत हल्का आकर्षण रखते है यहाँ तक की आकर्षण कम जरूर कर सकते है. 


kaise paaye aakrashan - aakarshan paane ke upay


अब बात आती है कुछ उपायों की जिनसे हम हल्का फुल्का आकर्षण पा सकते है या आकर्षण बिलकुल नही है उसका इलाज़ कर सकते है. 


सबसे पहले तो पानी चन्द्रमा से भी और शुक्र से भी संबंधित होता है, ऐसे में पानी भरपूर पीना चाहिए व् पानी के प्रोडक्ट्स जैसे जूस या फल जिनमे  पानी भरपूर मात्र में होता है खाने चाहिए. 



अपना घर व् अपने आप को बिलकुल साफ़ सुथरा रखना चाहिए इसका असर सीधा आपके करैक्टर व् आपसे मिलने वाले के ऊपर पड़ता है. अक्सर लोग घर में गंदे कपडे व् खुद भी मलिन रहते है ऐसे में अगर की आ जाये तो आपक साफ़ कपडे पेहेन कर बैठ जाते है लेकिन आपके अंदर परिवर्तन नही आएगा। आप नए कपडे नही डाल सकते तो कम से कम साफ़ कपडे पहने रोज़ाना।


इसके अलावा सभी रंग का उपयोग करना चाहिए सिर्फ काले या नील  रंग का use करने वाले इस दिक्कत से सबसे ज्यादा परेशान रहते है.








Comments

Learn Astrology

you can buy recorded courses and research notes. contact on whatsapp @9899002983

About Me

My photo
prateek gupta
My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

दही से मिलता है आकर्षण सच या झूठ ?

नमस्कार, पीछे मैंने कुछ जगह ये बात सुनी कुछ ज्योतिषियों के मुख से के दही यदि प्राइवेट पार्ट पर लगायी जाए तो काफी आकर्षण आपके अंदर आ जाता है जिससे विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर खासकर स्त्रियाँ आकर्षित होती है. इससे आपका शुक्र मजबूत होगा और आप एक परम आकर्षक व्यक्ति बन जाएंगे.

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

कभी कभी एक बात सुनने को मिलती है नेकी कर दरिया में डाल यानी भलाई कर के भूल जाओ. लेकिन एक और कहावत है नेकी कर और जूते खा, यानी जितनी भलाई करते जाओगे उतनी परेशानियां बढ़ती ही जा रही है. ज्योतिष में भी ऐसा एक योग होता है जिसमे व्यक्ति जितना अच्छा करता है बदले में उतनी लानते उसे सहनी पड़ती है. आइये जानते है.