वास्तु से संबंधित वेद में सबसे नाम आता है ऋग्वेद का. ऋग्वेद में इस बात का उलेख है के किसी भी भवन का निर्माण करने से पहले " वास्तु सप्तिदेव" की पूजा की जानी चाहिए।
इसके अलावा वास्तु से जुड़े दो प्राचीन ग्रन्थ है " विश्वकर्मा प्रकाश " और समरंगन सूत्रधार" . इसके अलावा धार्मिक ग्रंथों में महाभारत और रामायण एवं मत्स्य पुराण में भी वास्तु शास्त्र का उल्लेख मिला है.
इसके अलावा वास्तु से जुड़े दो प्राचीन ग्रन्थ है " विश्वकर्मा प्रकाश " और समरंगन सूत्रधार" . इसके अलावा धार्मिक ग्रंथों में महाभारत और रामायण एवं मत्स्य पुराण में भी वास्तु शास्त्र का उल्लेख मिला है.
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