Skip to main content

कैसे होते है H वाले लोग - nature of person name starts with H

character-name-starts-with-h-letter

जिन लोगों का नाम अंग्रेजी के H लेटर से शुरू होता है वह बहुत ही महत्वाकांक्षी होते हैं। ऐसे व्यक्ति किसी न किसी तरह से अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करते हैं। इनकी बुद्धि प्रखर होती है। दूसरों की बातों को भले ही सुन लें, लेकिन करते वही हैं जो इनकी अपनी बुद्धि कहती है। 



कभी-कभी कार्यों में सफलता न मिलने पर निराश भी हो जाते हैं, लेकिन 
थोड़े समय के बाद नई ऊर्जा के साथ पुन: कार्यों में जुट जाते हैं। और जानते है क्या इनके गुण 

संकोची और संवेदनशील होने के कारण जल्दी  किसी से घुलते-मिलते नहीं हैं। जिनसे प्यार करते हैं उनसे प्यार का इजहार करने में भी यह काफी हिचकते हैं। इसलिए कई बार इनका प्यार एकतरफा रह जाता है।


यदि किसी व्यक्ति के नाम का पहला इंग्लिश अक्षर एच है तो वह स्वार्थी हो सकता है। ऐसे लोग बहुत ही चतुर होते हैं और चतुराई के बल पर अपने स्वार्थ को सिद्ध करने का प्रयास करते रहते हैं।

 यह अपने जीवनसाथी का पूरा ख्याल रखते हैं। इन्हे  अपने ऊपर किसी प्रकार का दबाव पसंद नहीं होता है। मतभेद होने पर भी यह किसी से पूरी तरह टूटते नहीं है। 



चतुराई पूर्ण बातों से इन्हें अपना काम निकालना खूब आता है। चतुरता के कारण सफलता भी प्राप्त करते हैं और जीवन अपने स्तर पर ऐश-आराम के साथ व्यतीत करते हैं।आर्थिक मामलों में यह भाग्यशाली होते हैं। अपनी योग्यता से खूब कमाते हैं लेकिन ऐसे लोग खर्च के मामले में अलग होते है अपने ऊपर पूरा खर्चा करते है लेकिन जहाँ दुसरो पर खर्चा करना पड़े इनको परेशानी लगने लगती है, अपने घर-परिवार के सदस्यों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए कोशिश करते हैं।

Comments

ads

Popular posts from this blog

बहुत विशेष है कामधेनु गाय - KAAMDHENU COW SIGNIFICANCE VIA ASTROLOGY AND VASTU SHASTRA

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

शुक्र राहु की युति को कैसे समझे - RAHU VENUS CONJUCTION

  राहु शुक्र की युति को लेकर काफी बड़ा ज्योतिष वर्ग नेगेटिव धारणा रखता है जो की आज के समय में काफी हद तक सही भी है. आपने बहुत आंधी देखी होगी और कभी कभी बहुत ज्यादा धुल भरी आंधी भी देखी होगी. लेकिन आप इमेजिन कीजिये शाम के समय जो आंधी आती है उसमे कालापन ज्यादा  होता है और एक अजीब सा बर्ताव आपको उसमे मिलेगा। ऐसा नहीं है के उसमे कुछ रहस्य है लेकिन प्रकाश की कमी की वजह से शाम की आंधी काली आंधी बन जाती है बस इसी को असली राहु शुक्र की युति समझे. 

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

नमस्कार आज हम बात करेंगे एक ज्योतिष सूत्र की जिसमे हम समझेंगे मंगल ग्रह के चौथे भाव में बैठने के बारे में. जन्म पत्रिका में मंगल ऊर्जा का ग्रह है और मंगल ही वह ग्रह है जो अग्नि हर वक़्त व्यक्ति के आस पास रहती है चाहे वह पेट की अग्नि हो या घर की रसोई की या व्यक्ति की अंतिम अग्नि यानी चित्ता की. इससे हो कर जाना ही पड़ता है. चाहे कोई भी ग्रह हो सोना चांदी पीतल लोहा सबको आकार मंगल ही देता है. 

शनि राहु युति का ज्योतिष में महत्व - Saturn Rahu conjunction in Astrology

  नमस्कार दोस्तों ज्योतिष सूत्र में आज चलते है एक ऐसी युति की ओर जो लगभग हर परेशान घर में होती है. आज बात करते है शनि राहु की युति। एक तरह से समझिये जूते में लगी गंदगी. क्यूंकी शनि जूता और गंदगी राहु। अगर आप अपने अंदर कल्पना शक्ति कजाते है तो ज्योतिष के सूत्र आसानी से समझ आने लगते है. तो आज इसी युति पर हम लोग चर्चा करते है. 

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

  सफ़ेद आकड़ा जिसे श्वेतार्क भी बोला जाता है. ये एक पौधा है जिसमे आयुर्वेदिक गुण बहुत मात्रा में छुपे हुए है जिसकी वजह से ये पौधा हमेशा से हर तरह के आचार्य चाहे आयुर्वेद हो या ज्योतिष या तंत्र से जुड़े या रसायन शास्त्र से जुड़े लोग हो सबके लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है.