मंगल और शनि की क्रूरता में अंतर ( difference between mangal and shani's negative effects)
मित्रों ज्योतिष में mangal और shani दोनों को क्रूर ग्रह माना गया है लेकिन इनकी क्रूरता में basic अंतर होता है.
jyotish के अनुसार की शनि क्रूर होते हुवे भी उसका अंतिम परिणाम (conclusion) सुखद होता है जैसे अग्नि gold को जलाकर pure बना देती है उसी प्रकार shani dev जातक को दुखो की अग्नि में जलाकर लोहे को कुंदन बनाने का कार्य करते है जबकि मंगल उतेजना बढ़ाने वाला उमंग हिंशा और अंहकार (ego) से जातक को परिपूर्ण कर जातक के दुःख को Increase करने वाला कार्य करवाता है|
मित्रों ज्योतिष में mangal और shani दोनों को क्रूर ग्रह माना गया है लेकिन इनकी क्रूरता में basic अंतर होता है.
jyotish के अनुसार की शनि क्रूर होते हुवे भी उसका अंतिम परिणाम (conclusion) सुखद होता है जैसे अग्नि gold को जलाकर pure बना देती है उसी प्रकार shani dev जातक को दुखो की अग्नि में जलाकर लोहे को कुंदन बनाने का कार्य करते है जबकि मंगल उतेजना बढ़ाने वाला उमंग हिंशा और अंहकार (ego) से जातक को परिपूर्ण कर जातक के दुःख को Increase करने वाला कार्य करवाता है|
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