कालसर्प योग से तात्पर्य है 7 ग्रहों का राहू और केतु के बीच में आ जाना उदाहरण के लिए सूर्य, चन्द्र , मंगल, बुध, गुरु शुक्र, शनि अगर राहू और केतु के बीच में आ जाते हैं तो कालसर्प योग का निर्माण हो जाता है जन्म कुंडली में. जब सभी गृह राहु केतु के बीच में आ जाते है तो कुंडली में राहु केतु का effect बढ़ जाता है जो किसी बुरे योग को या किसी राज योग को जन्म देता है. ये राहु केतु की स्थिति पर निर्भर करता है
kaal sarp remedies in hindi
ऐसा माना जाता है ये योग एक प्रकार का रोक पैदा करता है अर्थात जातक को कार्यो को करने में मेहनत ज्यादा करना होता है और उसका फल कम मिलता है. जिसके कारण उदासीनता, क्रोध, विषाद आदि आ जाते हैं, सही कार्य नहीं मिल पता, सही पारिश्रमिक नहीं मिल पाता है, .
सही जीवन साथी सही समय पर नहीं मिल पाता है, विद्यार्थी सही नंबर नहीं ला पाते है, संतान समस्या उत्पन्न होती है आदि. हालाँकि कई बार कालसर्प के कारण भी वयक्ति को famous बनते देखा गया है. इसकी चर्चा हम आगे करेंगे अभी आपको बताते है के यदि आपकी janmkundli में काल सर्प दोष बताया गया है और आपको ऐसा लगता है के इसके कारण आपका भाग्य साथ नही दे रहा कुछ उपाय अपनाए
इस image से काल सर्प का देखा जा सकता है इसमें rahu और ketu के बीच में सारे ग्रह आये हुए है.
आइये जानते हैं कालसर्प योग को दूर करने के लिए कुछ उपाय :(kaal sarp upay)
शिव पूजा तो राम बाण सिद्ध होता है कालसर्प को दूर करने के लिए. अगर आप शिव के भक्त है तो किसी प्रकार का भय नहीं होना चाहिए. ये काल सर्प का सबसे best remedy है जिसमे कालसर्प अपना बुरा प्रभाव छोड़ कर अच्छा प्रभाव देता है.
पंचमी तितिही को नाग पूजा करनी चाहिए किसी शिवालय मे जा के.
अगर अलग से नाग मंदिर हो तो वहां पे भी जरुर से जा के पूजा आराधना करना बहुत शुभ होगा.
अगर पंचमी तिथि बुधवार को पड़े तो नाग – नागिन का ताम्बे / चांदी का जोड़ा खरीद के पूजा करके बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए.
नवनाग स्त्रोत्र का पाठ रोज करना चाहिए.
नाग पंचमी को भी विशेष पूजा आप कर सकते हैं नागो की कृपा प्राप्त करने के लिए.
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