आंकड़े को आक का पौधा भी कहा जाता है।आंकडे के पौधे की एक दुर्लभ प्रजाति है सफेद आंकड़ा। इसी सफेद आंकड़े की जड़ में श्वेतार्क गणपति की प्रतिकृति निर्मित होती है। इस पौधे की पहचान यह है कि इसके फूल सफेद होते हैं। किसी भी पौधे की जड़ में गणपति की प्रतिकृति बनने में कई वर्षों का समय लगता है। जानते है इस पोधे के फायदे
दिखाई देती है गणेशजी की आकृति
सफेद आंकड़े की जड़ प्राप्त होने के बाद इसकी बाहरी परतों को कुछ दिनों तक पानी में भिगोया जाता है। जब सफेद आंकड़े की इस जड़ पानी में से निकाला जाता है तो God Ganesha के शरीर की बनावट इसमें दिखाई देने लगती है।
ऐसे दिखते हैं श्वेतार्क गणेश
सफेद आंकड़े के पौधे की जड़ में गणेश की सूंड जैसा आकृति होती है इसकी जड़ के तने में गणेशजी के शरीर, आस-पास की शाखाओं में भुजाएं और सूंड जैसी आकृति दिखाई देती है। कुछ पौधों की जड़ में बैठे हुए गणेश की मूर्ति जैसी भी दिखाई देती है।
आंकड़े में गणेशजी का वास
शास्त्रों के अनुसार बिल्व के वृक्ष में शिव का वास होता है और आंकड़े के पौधे में श्रीगणेश का वास होता है। आंकड़े की जड़ में दिखाई देने वाली श्रीगणेश की shape इस बात का प्रमाण है।
श्वेतार्क गणेशजी की पूजा से दूर होती है दरिद्रता
कार्यों में सफलता के लिए आंकड़े के गणेशजी की पूजा का विशेष importance बताया गया है। यह गणेशजी का प्राकृतिक व चमत्कारी स्वरूप है। मान्यता है कि जिस परिवार में आंकड़े के गणेश की रोज पूजा होती है, वहां दरिद्रता, रोग व परेशानियां का वास नहीं होता है।
वास्तु शास्त्र में श्वेतार्क का उपयोग - use of shwetark ganpati in vaastu shastra
वास्तु शास्त्र में ये पौधा घर के बाहर लगाने की सलाह दी जाती है. इससे ये बाहर से आने वाली सभी नकारात्मक ऊर्जा को बाहर ही रोक लेता है घर में नही जाने देता। इस पोधे को मैन गेट के पास लगाते है
business place पर किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा की स्थापना करें।
what is use of it.....where will get it..?
ReplyDeletebuy an shwtark plant from any plant seller, in hindi its called safed akda.. and plant it outside main door..
ReplyDelete