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क्यों मना किया जाता है किचन उत्तर या उत्तर -पूर्व में बनाने से kitchen in north-east direction



क्यों मना किया जाता है किचन उत्तर या उत्तर -पूर्व में बनाने  से 

जब भी किसी  घर में कोई वास्तु उपाय करवाया जाता है तो लोगों की रूचि रहती है की ऐसा क्यूँ कराया  जा
रहा है. और भी जब हमें हमारा संतुष्टि पूर्ण जवाब मिल  जाता है तो उपाय करने में आसानी रहती है. इस लेख हम आपको बतायंगे के क्यों kitchen को नार्थ व नार्थ-ईस्ट दिशा shift   से मना किया जाता है.

नार्थ-ईस्ट - ये घर की  सबसे पवित्र दिशा होती है. इसी दिशा में सकारात्मक ऊर्जा उत्तपन होती है. इस दिशा को five elements  में जल का स्थान दिया  जाता है. आप कभी भी किसी vastu expert को बुलाते है या किसी किताब में भी पड़ते है इस दिशा को  खाली रखने या जल का स्त्रोत रखने के लिए कहा जाता है. जल  सम्बन्ध हमारे सभी कार्य व् शरीर इसी  सम्बन्ध रखते है.







kitchen in ishaan kon in hindi  



किचन - किचन  का relation  अग्नि से होता है. अग्नि तत्व (fire element) का  सम्बन्ध हमारे शरीर की अग्नि, खून, गुस्सा, लाल रंग, शादी, लड़ाई-झगड़ा , कोर्ट, एक्सीडेंट, कैंसर, त्यौहार  है.


north-east kitchen



नार्थ-ईस्ट में किचन - जब किचन  इस दिशा में आता है तो जल और अग्नि का मिलान हो जाता है. और जब इन दोनों  का मिलान होता है तो दोनों तत्व destroy  है. जल  जिसका सम्बन्ध हमारी दैनिक आमदनी से व् सामजिक प्रतिष्ठा से होता है उसमे कमी आती है. अग्नि तत्व बिगड़ने के कारन बीमारियां ऐसे घरो से नही जाती, कोर्ट केस भी परेशानी डाले रखते है. 



upay - remedies 



उपाय - अब बात आती है उपाय की. आजकल  में तोड़फोड़ करवाना मुश्किल व खर्चीला हो गया है. इसीलिए वास्तु में कुछ छोटे उपयो (remedies) से इस दोष को कम किया जा सकता है.

1. किचन में काला  रंग बिलकुल भी ना लगायें। ऐसे में काली स्लैब होना और ज्यादा परेशानी देता है.

2. जहां तक हो सके पूर्व मुखी होकर ही खाना बनाये.

३. किचन में हल्का पिला रंग करवाये, नील व्  काले रंग से बचें 


पुरे उपाय यहाँ पड़े http://hindi.vastu-shastra.org/2015/08/north-east-kitchen-remedies-in-vastu.html


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